गृह मंत्री अमित शाह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे का आगाज करेंगे चुनाव से ठीक 19 दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह शामली जिले के कैराना विधानसभा सीट से चुनाव प्रचार का शंखनाद करने जा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह डोर टू डोर कैंपेन करेंगे।
कैराना वही जगह है जहां हिंदू पलाइन का मुद्दा सबसे ज्यादा सुर्खियों में था ।कैराना में गृहमंत्री हमेशा डोर टू डोर पीड़ित परिवारों से संवाद करेंगे। इसके बाद गृहमंत्री हमेशा बागपत और शामली के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह मथुरा से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने वाले थे लेकिन कैराना से चुनाव अभियान की आगाज करेंगे ।
गौरतलब है कि 2017 के चुनाव में कैराना से हिंदुओं का बड़ा पलायन का मुद्दा बना था। 2016 में भी बीजेपी के तत्कालीन सांसद हुकुम सिंह ने यह मुद्दा उठाया था।
मृगांका सिंह कैराना सीट से बीजेपी के उम्मीदवार है
ऐसा कहा जाता है कि मुसलमानों के आतंक की वजह से कैराना से हिंदू अपना घर बेचने के लिए मजबूर हो गए थे। भाजपा नेता हुकुम सिंह ने लिस्ट जारी कैराना से हिंदुओं के पलायन को मुद्दा बनाया था, और इसके जरिए भाजपा के पक्ष में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ था। कैराना से भाजपा ने पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है हालांकि वह पिछली बार चुनाव हार गई थी लेकिन पार्टी ने एक बार फिर से मृगांका सिंह पर ही भरोसा जताया है।
आइये जानते हैं कि आखिरकार कैराना के लोग क्या समझते हैं
कैराना की सियासत कहें या फिर जरूरत तस्वीरें बदली जरूर दिख रही है ।5 साल पहले कैराना से हिंदुओं का पलायन का चुनावी मुद्दा बना ।लेकिन इस बार 2022 में कैराना के लोग कह रहे हैं कि उन्हें गुंडे अपराधियों से मुक्ति मिली है।
2017 के चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी मृगांका सिंह समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन से चुनाव हार गई थी। इस बार में भाजपा उम्मीदवार के सामने नाहिद की बहन इकरा हसन चुनावी मैदान में है, जो भाई के जेल जाने के बाद से ही प्रचार प्रसार में जुटी हैं।
लेकिन मृगांका सिंह के लिए शनिवार का चुनाव प्रचार अमित शाह करेंगे इसके लिए कैराना उनके स्वागत को तैयार है। कैराना में मुसलमानों की आबादी हिंदुओं से 4 गुना ज्यादा है ,इसके बावजूद पिछले चुनाव में जीत का अंतर तकरीबन 10 फीसदी के करीब था। और इस बार भारतीय जनता पार्टी की कोशिश है कि जो खाई बनी हुई थी उसको खत्म कर देना यानि कि बीजेपी की पूरी कोशिश है कि इस बार कैराना सीट से उसकी जीत हो।
मृगांका सिंह हुकुम सिंह की सबसे बड़ी बेटी है, उनकी पहचान एक बिजनेस वीमेन ,समाज सेविका और शिक्षाविद की तौर पर है ।सक्रिय राजनीति में वह 2014 के बाद आई ।2014 में हुकुम सिंह कैराना लोकसभा से सांसद हुए तो उन्होंने कैराना विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था।