Kolkatta Rape Murder Case: कोलकाता रेप मर्डर केस के चलते ममता बैनर्जी में क्या पड़ गई अकेले

Mamata Banerjee

Kolkatta Rape Murder Case: वर्तमान पश्चिम बंगाल के वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 20 में 2011 से पश्चिम बंगाल में लगातार मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सीमाएं दे रही है । जो इस पद को संभालने वाली पहली महिला है 13 साल वह राज्य की लगातार मुख्यमंत्री हैं ।

Kolkatta Rape Murder Case

पर जिस तरह से कोलकाता में डॉक्टर रेप और मर्डर केस में लापरवाही हुई है उसे लगता है की चौथी टर्म के लिए जनता उनको फिर से चुनने की गलती नहीं करेगी जिस तरह का माहौल उनके खिलाफ बन रहा है कम से कम देख कर यही लग रहा है।

देखा जाए तो पार्टी में उनके खिलाफ लगातार गुस्सा लोगों का बढ़ रहा है घर में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं दिखाई दे रहा है विपक्षी दल भी लगातार ममता बनर्जी पर हमलावर है कांग्रेस से भी अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है इसके अलावा अभिषेक बनर्जी से बढ़ती दूरियां भी उनके लिए मुश्किलें पैदा कर रही है 1993 में नदिया जिले के में हुए एक बलात्कार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह राइटर्स बिल्डिंग में घुस गई थी तत्कालीन ज्योति बसु की वामपंथी सरकार ने उन्हें घसीटते हुए बाहर कर दिया था ठीक तीन दशक के बाद एक बलात्कार केस में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए जनता अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने के लिए तैयार दिख रही है चलिए जानते हैं कि ऐसा कौन सा कारण है जिसके चलते पश्चिम बंगाल में फिलहाल ममता बनर्जी अपने ही राज्य में अलग-अलग दिखाई दे रही हैं।

ममता बनर्जी की मुश्किल यह है कि वह अपनी भतीजे का सहारा लेना चाहती हैं और उन्हें नंबर दो की पोजीशन में भी देखना नहीं चाहती इसमें कोई शक नहीं है कि टीएमसी के बहुत अच्छे और बुरे कार्यों में अभिषेक बनर्जी अपनी बुआ यानी कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही रहे हैं ममता बनर्जी की कुर्सी को सुरक्षित रखने में अभिषेक बनर्जी का काफी योगदान है पर पिछले कुछ सालों में ममता बनर्जी को लगता है कि उनका भतीजा उनके कुर्सी हड़प सकता है इसलिए वह बार-बार शंका करती है अभिषेक बनर्जी पर और उनकी जगह बताती रही है।

इसके अलावा पार्टी में विरोध खतरनाक लेवल पर पहुंच चुका है तीसरा भारतीय जनता पार्टी ने भी विरोध का तरीका बदल दिया है चौथा ममता बनर्जी के मंत्री जी तरीके से बोल रहे हैं वह किसी शहर से काम नहीं है इसके अलावा कांग्रेस का भी इस मुद्दे पर मिलने वाला साथ दिखाई नहीं दे रहा है।

और यही वजह है की जानकार मानते हैं की ममता बनर्जी अपने ही राज्य पश्चिम बंगाल में यानी कि अपने ही घर में अकेली पड़ गई है।

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