Madhya Pradesh Election: इंडिया गठबंधन में सहभागी रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव को अचानक क्या हो गया कि अपने सहयोगी दल कांग्रेस के खिलाफ हीं जहर उगलने लगे।
Madhya Pradesh Election
Madhya Pradesh Election : सबके मन में यही सवाल उठ रहा है कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बनाया गया जिसको बीजेपी से लड़ना है। ये गठबंधन अभी हो रहे विधानसभा चुनाव के लिये नहीं है। विधान सभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद हीं लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरु हो जायेगी।
हालांकि अखिलेश यादव के तीखे हमले के बावजूद भी अभी तक कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता का बयान सपा के खिलाफ नहीं आया है। कांग्रेस की तरफ से सिर्फ यही कहा गया है कि वे अखिलेश यादव से बात करेंगे। गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है।
लेकिन इन बयानों से ये साफ झलकता है कि कांग्रेस फिलहाल राज्यों में अपनी स्थिति और मजबूत बनाने में लगी हुई है। 3 दिसम्बर के बाद हीं कांग्रेस अपने सहयोगी दलों से गठबंधन पर बात आगे बढ़ायेगी। दूसरी तरफ अखिलेश यादव को ये डर सता रहा है कि अगर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मजबूत होगी तो सपा को पैर पसारने का दायरा काफी सीमित हो जायेगा।
यही वजह है कि अखिलेश यादव बार बार कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में लड़ने के लिये कम सीटें देने की धमकी दे रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ने भी राजस्थान विधानसभा चुनाव में RLD जयंत चौधरी की पार्टी को भरतपुर में उतारकर यो संकेत दे दिया है कि लोकसभा चुनाव में अगर सबा से बात नहीं बनती है तो वो सपा की सहयोगी पार्टी RLD जयंत चौधरी को अपने साथ लेकर चुनाव मैदान में उतर सकती है। दूसरी तरफ अगर कांग्रेस दो या तीन राज्यों में सरकार बना लेती है तो उसकी लोकप्रियता और बढ़ जायेगी।
समाजवादी पार्टी ने मध्यप्रदेश में कई सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर नेशनल पार्टी बनने की कोशिश जरुर कर रही है लेकिन वर्तमान राजनीतिक हालात में उनके लिये संभावनाये काफी कम हैं। अभी जो आने वाले दिनों के लिये समीकरण बनाता दिख रहा है वो यही है कि अखिलेश यादव को गठबंधन के दलों से उलझने के बजाय उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ और मजबूत करें तो उनके लिये फायदेमन्द होगा।
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