MP Election: समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीटो का समझौता ना होने कारण आया सामने

Rahul Gandhi and Akhilesh yadav

MP Election: इस चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करती है। 15 अक्टूबर को कांग्रेस से तीन राज्यों छत्तीसगढ़ तेलंगाना और मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने भी 9 विधानसभा सीटों पर अपने दूसरे उम्मीदवारों की सूची जारी करती है।

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MP Election: ऐसी उम्मीद की जा रही है कि राज्य में कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है लेकिन मध्य प्रदेश में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की उम्मीदें कांग्रेस की लिस्ट आते ही खत्म हो गई।दरअसल कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में उन 7 सीटों में से चार पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जहां अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी पहले ही लिस्ट में उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। समाजवादी पार्टी ने आज फिर से 9 और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है।

अब दोनों पार्टियों की लिस्ट को देखकर तो साफ है कि आम चुनाव के लिए बना रहे 28 विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के दो महत्वपूर्ण घटक और कांग्रेस समाजवादी पार्टी फिलहाल मध्य प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में साथ नही है।

साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 40000 वोट से जीत हासिल की थी लेकिन दल बदलने के बाद हुए उपचुनाव में इसी सीट को कांग्रेस ने सिर्फ 161 वोटो से गवा दिया था। राजनगर की बात करें तो पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस लगातार तीसरी बार जीतने में कामयाब हुई थी हालांकि समाजवादी पार्टी के समर्थन भी इस क्षेत्र में काम नहीं है पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को इस सीट से तकरीबन 23000 से ज्यादा वोट मिले थे इसके अलावा समाजवादी पार्टी की तरफ से घोषित कर अन्य सीटों पर भी अभी कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतरे हैं।

लेकिन सूत्रों की माने तो कांग्रेस इन सीटों पर दो से तीन उम्मीदवारों के बीच जो बात चल रही है अगली सूची में इन पर नाम तय किया जा सकते हैं जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की रामायण सिंह पटेल ने कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर कहा कि कांग्रेस की लिस्ट के साथ दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की सभी संभावनाएं खत्म हो गई है।

रामायण सिंह पटेल ने यह भी कहा है कि यह सच है कि हमारी कांग्रेस नेतृत्व से थोड़ी बहुत बात हुई थी लेकिन यह सब रविवार लिस्ट जारी करते ही खत्म हो गया। हम सीटों पर खुद ही मुकाबला करेंगे और अगले साल चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

हालांकि सीट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस नेतृत्व की ज्यादा दिलचस्पी नहीं है कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए गठबंधन बनाने में कोई खास रुचि नहीं रखती है। ऐसा लगता है कि उनका मकसद भाजपा को नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी को हराना है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए हमारा गठबंधन होगा लेकिन मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हम अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे। हमने कांग्रेस नेतृत्व से बातचीत कर उन्हें बताया था कि हमें 10 सीट चाहिए लेकिन उन्होंने कम सीटों की पेशकश की। फिर उन्होंने अचानक से हमें बिना बताए सारे उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गठबंधन इस तरह से काम नहीं करता है।

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