राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की जनता का फूटा गुस्सा,रोड नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड लगाकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

अमेठी, यूपी: एक तरफ जहां केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार सड़को को लेकर संवेदनशील नजर आ रही है तो वही दूसरी तरफ 2022 विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में मेदनमवई सुजापुर गांव के ग्रामीणों ने खराब सड़क की मरम्मत न होने से नाराज होकर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है।

ग्रामीणों ने जहाँ गांव के बाहर चुनाव बहिष्कार का बोर्ड लगा दिया है तो वही विरोध के रूप में अपने घरों पर काले झंडे भी लगा दिए है। सबसे बड़ी बात ये है कि इसी ग्राम पंचायत में खुद सांसद स्मृति ईरानी अपना आशियाना बनवा रही है, जिस पर पिछले कई दिनों से काम चल रहा है।

दरअसल ये पूरा मामला गौरीगंज विधानसभा के मेदनमवई सुजापुर गांव का है। इसी गांव में सांसद स्मृति ईरानी अपना घर भी बनवा रही है। इस गांव में पिछले कई सालों ने खराब सड़क को गड्ढा मुक्त नही किया है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होने से ग्रामीणों के आने जाने में काफी दिक्कत हो रही थी जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय प्रसाशन से की लेकिन कहीं से ग्रामीणों को कोई मदद नही मिली, जिससे नाराज ग्रामीणों ने गांव के बाहर चुनाव बहिष्कार का बोर्ड लगा दिया इतना ही नही विरोध स्वरूप ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों पर काले झंडे भी लगा दिए है।

गांव के ग्रामीण सड़क को दुरुस्त करने के लिए चुनाव का बहिष्कार कर रहे है ये गौरीगंज विधानसभा में है और यहाँ के विधायक रकेश प्रताप सिंह लगातार दूसरी बार यहाँ से विधायक है। अभी कुछ दिन पहले ही विधानसभा की दो सड़को को लेकर विधायक ने हाई वोल्टेज ड्रामा करते हुए लखनऊ के जीपीओ पर प्रदर्शन कर आमरण अनशन पर भी बैठे और खुद श्रमदान कर बदहाल सड़क को गड्ढामुक्त भी करने लगे, जिसके बाद स्थानीय प्रसाशन ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया है देर रात मुकदमा दर्ज करने के बाद उन्हें रिहा किया गया। मेदन मवई गांव सुजापुर गांव के ग्रामीण खस्ताहाल सड़क को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर रहे है इसी ग्राम पंचायत में खुद सांसद स्मृति ईरानी का आवास बन रहा है जिस पर पिछले कई दिनों से काम चल रहा है।

रिपोर्ट- चन्द्रमोहन