मसूरी, उत्तराखंड। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में देश भर में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के द्वारा मसूरी एमपीजी कॉलेज के बुरांस सभागार में कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसमें छात्रों को भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के इतिहास के साथ में फौज में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया गया। भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के अधिकारियों ने छात्र छात्राओं को फौज में भर्ती होने के टिप्स दिए और छात्रां के भितर देशभक्ति के जज्बे को जगाने का प्रयास किया गया।
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस इंस्पेक्टर सविंद्र कुमार सेठी ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आईटीबीपी के द्वारा छात्र छात्राओं को फौज में भर्ती होने की प्रेरित कर उनको फौज के महत्व के साथ उसमें भर्ती होने के फायदे बताये गए। उन्होंने बताया कि भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल देश का अग्रणी बल है जो भारत चीन सीमा के अति दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में शून्य से माइनस 30-40 डिग्री कम के तापमान से लेकर छत्तीसगढ़ के नक्सल-विरोधी अभियानों में भी इन्हीं हथियारों के साथ राष्ट्र की सेवा कर रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को बल में भर्ती होने का आह्वान करते हुए संक्षिप्त मार्गदर्शन भी दिया।इसमें छात्रों को सुरक्षाबल में भर्ती होने के टिप्स दिए गए व उन्हें पूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई।
बीएसएफ के इंस्पेक्टर अनिल ने बताया कि बीएसएफ बार्डर पर रह कर कैसे सरहद की रक्षा करती है। उन्होंने छात्रों को बताया कि सुरक्षा बल में भर्ती होकर देश सेवा का अपने अंदर जज्बा बढ़ाएं। देश सेवा के साथ अच्छा वेतन भी मिलेगा। बल के संचार के साधनों की प्रदर्शनी तथा बल की थीम वीडियो दिखाकर बच्चों को देश भक्ति व आर्म्ड फोर्स के प्रति जागरूक किया गया। इंस्पेक्टर गौरव सिंह द्वारा आईटीबीपी के कार्यों तथा इतिहास के बारे में बताया गया। कालेज के प्राचार्य डॉ.सुनील पवार ने बताया कि आईटीबीपी के द्वारा छात्रों को फौज में भर्ती होने के लिये विभिन्न टिप्स दिये गए है जिससे छात्रों को लाभ मिलेगा।
रिपोर्ट- सुनील सोनकर