नई दिल्ली, 25 अप्रैल – विश्व हिंदू परिषद ( विहिप) के आह्वान पर आज हिंदू संगठनों और साधु संत समाज ने जंतर मंतर पर पहलगांव आतंकी हमले के विरोध में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया और विशाल आक्रोश प्रदर्शन किया।

इस सभा को सम्बोधित करते हुए विहिप अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि कश्मीर के पहलगांव में घूमने के लिए गए 26 हिंदू पर्यटकों का इस्लामी आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछ कर किया गया जघन्य नरसंहार देश के ऊपर किया गया हमला है जिसका बदला भारत जरूर लेगा।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में हुआ आतंकी हमला एक षड्यंत्र है और यह केवल हिंदुओं पर हमला नहीं है बल्कि कश्मीरियों को भी धोखा देने जैसा है।

आलोक ने कहा कि आज पाकिस्तान अकेला पड़ा हुआ है। जब तक अफगानिस्तान में अमेरिका था, अमेरिका को पाकिस्तान की जरूरत थी। चार साल से जरूरत नहीं है। पाकिस्तान आर्थिक गरीबी से जूझ रहा है और अमेरिका मदद नहीं कर रहा है। सऊदी अरब हमेशा पाकिस्तान के साथ रहा है, लेकिन इस बार नहीं। इस बार खाड़ी के किसी देश ने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया। ईरान ने भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया है।
विहिप अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान के अंदर की हालत यह है कि वहाँ जो सीमा अफगानिस्तान के साथ है, वहाँ आतंकी घटनाएं हो रही हैं। जो सीमा ईरान के साथ है, वहाँ लोग मारे जा रहे हैं। इस हालत में यह दुस्साहस करने की पाकिस्तान को भरी कीमत चुकानी पड़ेगी। जब गुलाम कश्मीर को भी भारत आजाद कराने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भी पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ प्रस्ताव पास करके अपने काम को पूरा नहीं माना बल्कि जवाबी कार्रवाई करने की बात भी की है। सरकार ने कहा है कि हम हर उस सीमा तक जाएंगे कि पाकिस्तान की भारत पर नजर उठाने की हिम्मत भी न हो।

विहिप अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम अपनी सरकार पर विश्वास रखते हैं और अपनी सेनाओं पर विश्वास रखते हैं। आतंकी हमले के विरोध में जनाक्रोश को संविधान और कानून की मर्यादा के अंदर रहकर करना आवश्यक है। हमें अपने देश में कानून और व्यवस्था बनाए रखना है। सारा देश एक स्वर में बोल रहा है।
इस आक्रोश सभा को सम्बोधित करते हुए बजरंग दल राष्ट्रीय संयोजक श्री नीरज दनौरिया ने कहा कि आतंकी हमले के दौरान जिहादियों ने हिंदुओं का धर्म पूछा जो अत्यंत चिंता का विषय है। यही प्रश्न आज से पहले इसी कश्मीर में 1990 को भी पूछे गए थे। सभी मस्जिदों से यह आवाहन हुआ था। यह संदेश दिया गया था कि हिंदुओं, कश्मीर छोड़ो।

उन्होंने कहा कि “यह हमला केवल आतंकवादी घटना नहीं है, बल्कि यह एक साजिश है कि किस प्रकार से कश्मीर घाटी को हिंदू विहीन रखा जाए। जो लोग वहाँ पर फिर से बसने लगे हैं, जो वहाँ जाने लगे हैं, जो हिंदू वहाँ व्यापार करने लगे हैं, वे भयभीत होकर फिर से कश्मीर घाटी छोड़ रहे हैं। यह धमकाने और साजिश करने का प्रयास है। हमें यह समझना चाहिए कि इस समय वही जो 1990 में हो रहा था। आतंकियों ने न जाति पूछी, न भाषा पूछी, न धर्म पूछा, केवल यह पूछा कि क्या आप हिंदू हैं, और हिंदू कहते ही सिर में गोली मार दी। यह भी कहा कि कलमा पढ़कर बताओ। यह एक धार्मिक हिंसा है।”
पहलगांव इस्लामिक जिहाद में मारे गए हिंदुओं को श्रद्धांजलि देने एवम आक्रोश सभा में हिंदू समाज से आए सैकड़ों प्रतिनिधियों का विहिप के दिल्ली प्रांत अध्यक्ष श्री कपिल खन्ना ने धन्यवाद दिया और प्रांत मंत्री श्री सुरेन्द्र गुप्ता हिंदू समाज को एकजुट होने का आह्वान किया।
इस प्रदर्शन में महंत नवल किशोर जी महाराज,धर्म यात्रा महासंघ के श्री प्रमोद,केंद्रीय आर्य प्रतिनिधिसभा के श्री सतीश चड्ढा , सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के श्री योगी जी महाराज, बौद्ध संत श्री राहुल भंते जी, वाल्मीकि आश्रम से श्री कृष्ण शाह विद्यार्थियों जी, श्री सुशील मुनि जी महाराज , विहिप दिल्ली प्रान्त संगठन मंत्री श्री सुबोध, बजरंग दल प्रांत संयोजक श्री जगजीत सिंह गोल्डी , प्रांत सह मंत्री श्री अशोक गुप्ता , श्री सुनील सूरी, प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख श्री प्रणव गोस्वामी , सह प्रचार प्रसार प्रमुख श्री संजीव सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।