PM Modi Raipur Speech: रायपुर, 1 नवंबर- छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावनात्मक अंदाज़ में राज्य के लोगों से अपने गहरे रिश्ते को याद किया। उन्होंने कहा — “छत्तीसगढ़ का शायद ही कोई इलाका होगा जहां मेरा जाना न हुआ हो। आप सब मुझे भली-भांति जानते हैं। मैंने गरीबी को बहुत करीब से देखा है, इसलिए गरीब की पीड़ा और उम्मीद दोनों को समझता हूं।”
PM Modi Raipur Speech
नक्सलवाद पर बोले दिल से — “अब बस्तर में डर नहीं, तिरंगा लहरा रहा है”
प्रधानमंत्री मोदी का भाषण उस समय भावनात्मक हो उठा जब उन्होंने नक्सल हिंसा से प्रभावित बस्तर क्षेत्र का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा,
“मैं जानता हूं बस्तर के आदिवासी भाइयों-बहनों ने कितनी पीड़ा झेली है। माताओं की आंखों में अपने बच्चों के लिए जो आंसू हैं, वे अब सूखने वाले हैं। मैं उन्हें हिंसा के इस खेल में झोंकने नहीं दूंगा।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि जब 2014 में देश ने उन्हें सेवा का अवसर दिया, तब उन्होंने संकल्प लिया था कि भारत को माओवादी हिंसा से मुक्त करना है। उन्होंने कहा, “कभी देश के 125 जिले नक्सल आतंक से ग्रस्त थे, आज सिर्फ तीन जिले बचे हैं — और जल्द वे भी हिंसा से मुक्त होंगे। यह नया युग है — जहां बंदूक नहीं, विकास बोलता है।”
मोदी ने कहा कि अब बस्तर में लाल झंडे की जगह तिरंगा लहरा रहा है। अबूझमाड़ जैसे इलाकों में, जहां कभी स्कूल बनाना असंभव माना जाता था, आज बच्चों के लिए स्कूल, सड़कें और बिजली पहुंच चुकी हैं। उन्होंने कहा — “बस्तर में अब डर नहीं, उत्सव का माहौल है। यह नया छत्तीसगढ़ है जो शांति और विकास की राह पर चल पड़ा है।”
विकास की रफ्तार — शिक्षा, स्वास्थ्य और घर तक पहुंची योजनाएं
प्रधानमंत्री ने बताया कि 25 साल पहले छत्तीसगढ़ में सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज था, जो अब 14 हो गए हैं। उन्होंने कहा — “हमारी सरकार का संकल्प है कि हर गरीब को पक्का घर मिले। सिर्फ एक साल में सात लाख घर बनना यह दिखाता है कि यह सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि हर परिवार का सपना है जो साकार हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि आज बिजली, गैस कनेक्शन और सड़कें उन गांवों तक पहुंची हैं जहां कभी विकास की बात भी नहीं होती थी। “यह बदलाव केवल सरकारी योजनाओं से नहीं आया, बल्कि माताओं की दुआओं और युवाओं की मेहनत से आया है,” पीएम मोदी ने कहा।
मोबाइल की रोशनी से जगमगाया रायपुर
जब प्रधानमंत्री ने मंच से कहा — “अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाइए,” तो रायपुर राज्योत्सव का मैदान मैदान रोशनी से जगमगा उठा। उन्होंने कहा,
“ये उजाले सिर्फ मोबाइल की रोशनी नहीं, बल्कि आने वाले 25 वर्षों के नए सपनों की लौ हैं। यह आपके भाग्य निर्माण का समय है।”
छत्तीसगढ़िया जोहार से शुरू किया संबोधन
प्रधानमंत्री ने अपना भाषण ठेठ छत्तीसगढ़ी में शुरू करते हुए कहा —
“छत्तीसगढ़ के जम्मो भाई-बहिनी, लड़का-सियान, महतारी मन ला जय जोहार।”
उन्होंने राज्य के 25 वर्ष पूरे होने पर सभी को बधाई दी और कहा कि आज छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रही है।
“विकास ही जवाब है” — भावनाओं से भरा समापन
राज्योत्सव के इस मंच से प्रधानमंत्री मोदी का गला कई बार भर आया। उन्होंने कहा,
मेरे लिए यह सिर्फ भाषण नहीं, दिल से जुड़ा संवाद है। मैं छत्तीसगढ़ के हर उस परिवार का दर्द महसूस करता हूं जिसने हिंसा में अपना कोई खोया है। लेकिन आज मुझे गर्व है कि छत्तीसगढ़ ने हिंसा के अंधेरे से निकलकर विकास की रोशनी को चुना है। अब विकास ही जवाब है — और छत्तीसगढ़ इसका उदाहरण है।
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