भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधानपरिषद सदस्य डॉ वीणा पांडेय ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह निर्णय पहले ही हो जाना चाहिए था फिर भी यह कहा जा सकता है कि “ देर आए दुरुस्त आए”,और यह सरकार द्वारा लिया गया स्वागत योग्य उचित निर्णय है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में आतंकियों का साया बहुत ही मज़बूत है और वहाँ के लोग दहशत में जी रहे हैं और अगर कोई उनका प्रतिरोध करता है तो उन्हें मारने के साथ-साथ उनके घरों को भी जलाकर नेस्तनाबूत कर दिया जाता है एवं सरेआम महिलाओं के साथ घृणित कार्य करके उन्हें जान से मार दिया जाता था तथा ईमानदार एवं राष्ट्रभक्त लौंगों को कार्य करने में बहुत ही दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।
मणिपुर के शांतिपूर्ण नागरिकों का भी खुलेआम शोषण होता था तथा ड्रग माफियाओ का वर्चस्व है और वहाँ पर कुछ लोग अपने आप को भारत से अलग राष्ट्र बनाने की खुले आम बात करते हैं और कांग्रेस इसे बल प्रदान करती है।
आज भी वहाँ पर ईमानदारी से कार्य करने वाले शिक्षा विदों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं व्यापारियों से ज़बरज़स्ती जज़िया कर वसूला जाता है एवं विद्यार्थियों को पढ़ने नहीं दिया जाता।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह निर्णय अत्यंत सराहनीय एवं मणिपुर के भविष्य के लिए शुभ संदेश का परिचायक है।उन्होंने कहा कि इस निर्णय से आतंकवाद पर सकारात्मक रोक लगेगी एवं राष्ट्रवादी भावना को बल मिलेगा।
इस कदम के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी को तथा गृहमंत्री माननीय अमित शाह को बधाई दी है।
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