Rahul Gandhi Ceasefire Letter: सीजफायर पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा राहुल गांधी और खड़गे ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi Ceasefire Letter: भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष के खत्म होने और सीजफायर के ऐलान के बाद कांग्रेस पार्टी अब मोदी सरकार पर हमलावर है लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने संसद के विशेष सत्र के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इससे पहले कांग्रेस नेता जय राम रमेश और सचिन पायलट ने भी कश्मीर के मसले में अमेरिका के हस्तक्षेप पर आश्चर्य जताया। सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए साथी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवाई में सर्वजनि बैठक को भी बुलाया जाना चाहिए।

Rahul Gandhi Ceasefire Letter

दिल्ली में कांग्रेस नेता सचिन पायलट की सीज फायर को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सबसे पहले फिर से कुछ दिनों में जिन भारतीय नागरिकों की खास तौर पर सरहद पर मौत हुई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं भारतीय सेना का फौजी के पराक्रम और शौर्य को सलाम करता हूं भारतीय सेवा ने इस संघर्ष में दिखा दिया कि वह बेस्ट है।

इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन लड़के ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकवादी हमले ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका की ओर से शीश फायर की घोषणाओं पर चर्चा के लिए विशेष संसद का सत्र बुलाने का आह्वान किया है।

दोनों देशों के बीच अचानक सहित पर पर राष्ट्रीय जताते हुए सचिन पायलट ने कहा कि पिछले 24 घंटे में घटनाक्रम तेजी के साथ बदल गया यह चौंकाने वाला है । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा की उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जो कुछ लिखा वह भी सोचना चाहिए कि वह भारत-पाकिस्तान के मसले का अंतरराष्ट्रीय कारण करने की बात कर रहे हैं ।सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए हमें फिर से 1994 के रेजोल्यूशन के दोहराना चाहिए उन्होंने यह बेकार शब्द ली बैठक और संसद का विशेषण दोनों ही मौके पर प्रधानमंत्री को मौजूद रहना चाहिए।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सीजफायर को लेकर पब्लिक डोमेन में कुछ पब्लिक डोमेन में कुछ बातों को देखकर लगता है कि कई सवाल खड़े हो रहे हैं पहले अमेरिका का रहा था कुछ इस मुद्दे का कोई मतलब नहीं फिर अमेरिका घोषणा करता है कि सीजफायर हो रहा है। क्या भारत सरकार इस तरह के मध्यस्थता स्वीकार करती है अमेरिका के राष्ट्रपति का बयान भी गलत है उन्होंने कहा कि पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी कि आईएमएफ की ओर से पाकिस्तान को आर्थिक मदद दिया जाना फिर इस तरह से अमेरिका की ओर से सी स्क्वायर का ऐलान किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है मैं मानता हूं किसी स्क्वायर की घोषणा के बाद जो कल बॉर्डर पर जो कुछ भी हुआ वह इसकी विश्वास नेता को खत्म करता है।

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