राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी मणिपुर की घटना को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया है । जयंत चौधरी ने कहा कि मणिपुर का वीडियो से भयावह और बेरोकटोक सांप्रदायिक हिंसा का संकेत मिलता है कि इंटरनेट डाउन का आदेश जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रण करने और प्रतिबंधित करने के बजाय विफलताओं से उत्पन्न राजनीतिक नतीजों को प्रतिबंधित करने के लिए दिया गया था।
मणिपुर में बीते ढाई महीने से अधिक समय से नस्लीय हिंसा जारी है इस हिंसा में दो समुदाय को की और मौतें शामिल है उनके नस्लीय संघर्ष की वजह से हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और राज्य सरकार के शेल्टर होम में रहने के लिए मजबूर है यह वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है जिसमें महिलाओं को निर्वस्त्र कर पैसों की भीड़ में उनको कहीं लेकर जाती हुई दिख रही है पटना के बाद लोग मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।