अखिलेश यादव को लोगों ने भगवान विष्णु के बराबर दिया दर्जा, शुरू की पूजा-पाठ, मुख्यमंत्री बनने तक अन्न न खाने का लिया प्रण

बाराबंकी, यूपी। यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल इस बार अपनी-अपनी पार्टी की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ पार्टियों के समर्थकों ने अपने अलग-अलग अंदाज में पार्टी को जिताने के लिए तमाम तरह के जतन और पूजा पाठ करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला बाराबंकी जिले से सामने आया है, जहां पर समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने अपने घर पर सपा मुखिया अखिलेश यादव और मुलायम सिंह की फोटो भगवान के बराबर रख कर उसकी पूजा पाठ शुरू कर दी है और ठानी है कि यह पूजा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक जारी रहेगी।

यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद के कुर्सी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव काकरिया का है। जहां पर एक परिवार ऐसा भी है जो सपा मुखिया अखिलेश यादव को भगवान विष्णु का अवतार बता रहा है। इन लोगों ने भगवान विष्णु के बराबर तुलना करते हुए अखिलेश यादव की फोटो की पूजा पाठ अपने घर में की शुरू कर दी है। महिलाएं भी इस पूजा पाठ में शामिल हैं। उनका मानना है कि भगवान विष्णु अखिलेश यादव के रूप में कलियुग में आए हैं और इनकी सरकार बनना इस बार चुनाव में तय है। जब तक इनकी सरकार नहीं बनेगी, तब तक इस घर में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह की पूजा होती रहेगी। उन्हें विश्वास है इस बार उत्तर प्रदेश में भगवान विष्णु के अवतार अखिलेश यादव की सरकार बनेगी, तभी प्रदेश का कल्याण होगा।

इस परिवार के लोगों का मानना है कि कलियुग में अखिलेश भगवान विष्णु का दूसरा रूप हैं। अखिलेश यादव ने लोगों का उद्धार करने के लिए पृथ्वी पर जन्म लिया है। इसीलिए इस परिवार ने अखिलेश यादव को भगवान मान लिया है और भगवान के बराबर उनकी फोटो रखकर बकायदा पूरे विधि-विधान से धूप अगरबत्ती के साथ में उनकी पूजा पाठ शुरू कर दी है और आरती करने का दौर जारी है। घर की महिलाओं की बात करें तो महिलाओं ने तो समाजवादी पार्टी की सरकार बनने तक अनाज तक त्याग दिया है। उनका कहना है कि जब तक उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार नहीं बन जाती, तब तक वह अनाज का एक दाना मुंह में नहीं रखेंगे। केवल फलाहारी से काम चलाएंगे और समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद अनाज खाएंगे, लेकिन अखिलेश यादव और मुलायम सिंह की पूजा-पाठ आगे भी निरंतर इसी तरह से जारी रहेगी।

वहीं इसे लेकर के क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल गर्म हो गया है कि लोग अब अखिलेश यादव को लोग भगवान तक मानने लगे हैं। पूजा पाठ करने के साथ में भगवान के बराबर दर्जा देना कोई छोटी मोटी बात नहीं है। लोगों का विश्वास है कि कलियुग में भगवान अखिलेश यादव के रूप में आए हैं। ऐसा इस परिवार का मानना है। अखिलेश की जीत के लिए लगातार पूजा-पाठ और धर्म कर्म के काम किए जा रहे हैं। सोचने वाली बात यह है कि आखिर इस राजनैतिक माहौल में इस तरह के किस्से और दृश्य देखना कोई आम बात नहीं है। अब देखना यह होगा कि आखिर इस परिवार की पूजा पाठ का क्या असर इस चुनाव में पड़ता है और नतीजे आने के बाद में आखिर किसकी सरकार बनती है।

रिपोर्ट- सरफराज वारसी