लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चल रही सियासत की आंधी के दौर में सबसे बड़ी खबर यह है कि आज स्वामी प्रसाद मौर्य अपने कई विधायकों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग खबर देख रहे थे उन्हें पता होगा कि उधर लगातार विकेट गिर रहे हैं। हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नही जानते।
अगर खेलना जानते भी होते तो उनका कैच छूट चुका है। स्वामी प्रसाद मौर्या जिधर चल देते है सरकार उसी की बनती है। अब तो मुख्यमंत्री को रटने के साथ गणित का भी अध्यापक रखना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जो 80 और 20 की बात करते हैं, सपा के साथ 80 प्रतिशत था और अब 20 भी उनके हाथ से चला गया। हमारे मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गए हैं।
मुख्यमंत्री की 11 मार्च की टिकट किसी ने बुक कर रखी है लेकिन आज हीं इन लोगों ने उन्हें गोरखपुर भेज दिया। इस बार जनता बदलाव के लिए बैठी है। नौजवानों को लाठी मारी गयी, अपमानित हुए। जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे साथ आये जाने किस जमाने का वरन्ट इस्यू कर दिया। हमारे सहयोगी अपना दल के यंहा जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि अब साईकल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिए भी ठीक हैं। कई बार लोग कहते है ये सेमीफाइनल चुनाव है, मै कहता हूँ ये फाइनल है। बाबा मुख्यमंत्री फेल हो गए हैं। चाहे जितने दिल्ली वाले आये इन्हें पास नही करा पाएंगे।
भाजपा वाले ऐसा हिट विकेट हुए कि हमारी स्ट्रेटजी नही समझ पाए। पत्रकार साथी भी नही जान पाए इस बार। ये लोग भी भाजपा को हटाना चाहते हैं सभी लोग हमारे साथ हैं।समाजवादी लोग डिजिटल के साथ फिजिकल भी मजबूत हैं। किसी ने नही सोचा था मौर्या जी साथ आ जाएंगे। अभी तो किसी को स्टूल मिलता था अब स्टूल वालों का क्या होगा।
इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 में बीजेपी की सरकार पिछड़े वर्ग के लोगों ने बनवाई थी। कहा गया था कि आपलोग साथ दिजीये तो मुख्यमंत्री या तो केशव प्रसाद मौर्या या स्वामी प्रसाद मौर्या को हीं बनाया जायेगा। लेकिन बहुमत पाते हीं सीएम का हेलिकॉप्टर गोरखपुर से लैंड करा दिया गया। पिछड़े और दलित वर्ग के एम पी-एम एल ए से बीजेपी के बड़े नेता कभी नहीं मिलते, नतो इनकी सुनते थे। लेकिन जब से मैने बीजेपी छोड़ी तब से इन सभी बड़े नेताओं के पसीने छूटने लगे।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जैसे हीं से मैने बीजेपी छोड़ी दिल्ली की मीटींग और टिकट बांटने का काम छोड़ बीजेपी नेताओं ने सबसे सम्पर्क कर अपना कुनबा बचाने में जुट गये। बीजेपी नेताओं को डर हो गया कि कहीं ऐसा न हों कि हमलोग जिसे टिकट देने जा रहे हैं वो भी पार्टी छोड़ दे। बीजेपी कहती है कि हमलोग 80-20 प्रतिशत की लड़ाई लड़ेंगे। यानि हिन्दू-मुस्लिम ध्रुवीकरण का खेल करेंगे। हम कह रहे हैं कि अब 85 प्रतिशत पिछड़े और 15 प्रतिशत अगड़ो के बीच लड़ाई हमलोग लड़ेंगे।
रिपोर्ट- धर्मेन्द्र सिंह