ईआरसीपी के नाम पर मुख्यमंत्री ने 13 जिलों की पीठ में खंजर घोंपा : गजेंद्र सिंह शेखावत

gajendra singh shekhawar

  • केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने बगरू विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को किया संबोधित

जयपुर, 25 अगस्त:

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) के नाम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की पीठ में खंजर घोंपने का काम कर रहे हैं। ईआरसीपी पर गहलोत सरकार के फैलाए झूठ और भ्रम को बेनकाब करना होगा।

शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने ईआरसीपी पर आज तक केन्द्र को आवश्यक मंजूरी नहीं दी। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनना तय है और कैबिनेट की पहली बैठक में ही इसे मंजूरी दी जाएगी।

शुक्रवार देर शाम बगरू विधानसभा क्षेत्र के वाटिका में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने ईआरसीपी पर विस्तार से बात की। उन्होंने ईआरसीपी को लेकर जन जागरण करने का संकल्प दोहराया।

शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी को लेकर गहलोत सरकार विशुद्ध राजनीति कर रही है। इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए जो तकनीकी स्वीकृतियां देनी चाहिए थीं, वह राज्य सरकार ने केन्द्र को आज तक नहीं दी है। अब इस मुद्दे पर गहलोत सरकार बेनकाब हो रही है और जनता का भ्रम दूर हो रहा है।

शेखावत ने कहा कि गहलोत जिस ईआरसीपी को खुद पूरा करने की बात कह रहे हैं, उससे मात्र तीन शहरों जयपुर, टोंक और अजमेर की प्यास बुझेगी। भरतपुर, अलवर सहित पूर्वी राजस्थान के शेष जिलों के कंठ प्यासे ही रहेंगे। किसी परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा देने के लिए पर्यावरण, वन, वित्तीय और तकनीकी क्लीयरेंस जरूरी है, लेकिन इस मामले में गहलोत सरकार तकनीकी स्वीकृतियां उपलब्ध नहीं करा पाई।

केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार के मुखिया अशोक गहलोत को मैंने बार-बार पत्र लिखकर आग्रह किया कि इस पर आगे मार्ग निकालते हैं। मेरे मंत्रालय ने नौ बार दिल्ली में मीटिंग का आयोजन किया, लेकिन एक भी बार राजस्थान सरकार का कोई प्रतिनिधि उन बैठकों ने उपस्थित नहीं हुआ। प्रधानमंत्री के निर्देश पर जयपुर में 18 अप्रैल 2022 को बैठक रखी, जिसकी एक महीने पहले सूचना मुख्यमंत्री और मंत्री को देखकर समय निश्चित किया। बैठक की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री और मंत्री की तरफ से कहलवा दिया गया कि वो दोनों नहीं आ सकते। उन्होंने कहा कि उस बैठक में भी राजस्थान के अधिकारियों ने हमारी बात पर सहमति व्यक्त की, लेकिन दुर्भाग्य से ईआरसीपी सिरे नहीं चढ़ पाई।

वाटिका की बैठक में जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, उत्तर प्रदेश के प्रवासी विधायक पूर्ण प्रकाश सहित भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे।