गोपालगंज, बिहार। बिहार के गोपालगंज जिले के गरुड़हां गांव में अनोखी होली खेली जाती है। इस गांव का नाम भगवान विष्णु के वाहन और पक्षियों के राजा ‘गरुड़’ के नाम पर रखा गया है। होली के दिन इस गांव के सभी लोग सुबह जगते हीं होलिका दहन की राख पर मिट्टी डालने के लिये इकट्ठा होते हैं। यहीं से इनके राख और कीचड़ की होली शुरु हो जाती है।
इसके बाद स्नान कर रंग और अबीर के साथ गांव के देवताओं की पूजा होती है। फिर रंग और अबीर की होली शुरु होती है। इस गांव में होली की दो टीमें बनती हैं। लड़कों और नौजवानों की टोली पूरे गांव में घूम घूमकर होली के गानों पर जमकर थिरकती हैं। वहीं दूसरी तरफ गांव के बूजुर्गों की टोली ढोलक झाल और मजीरे के साथ घर घर जाकर पारमपरिक होली गाती है।
रिपोर्टर-करन कुमार