US Citizenship: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गोल्ड कार्ड वीजा कार्यक्रम की घोषणा की है। यह ईबी-5 वीजा कार्यक्रम का एक विकल्प है जो अमीर विदेशियों को आसानी से अमेरिका में बसने की अनुमति देता है। इससे अमेरिकी सरकार का राजस्व बढ़ेगा।
US Citizenship
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक योजना बना रहे हैं जिससे नागरिकता पाना आसान होगा। लेकिन ये सिर्फ उन लोगों के लिए होगा जिनके पास बहुत पैसा है। वास्तव में, ट्रंप गोल्ड कार्ड लाने वाले हैं, जो 5 मिलियन डॉलर (लगभग 44 करोड़ रुपये) देने पर अमेरिकी नागरिकता देगा। गोल्ड कार्ड हर दो हफ्ते में लॉन्च होगा। ये EB-5 वीजा कार्यक्रम में से एक है। विदेशियों को EB-5 वीजा मिलने पर अमेरिका में रहने, निवेश करने और काम करने की अनुमति मिलती है।
अमेरिका में स्थायी नागरिकता पाने के लिए आपको ग्रीन कार्ड मिलना होगा। गोल्ड कार्ड पाना कठिन होगा, लेकिन अमेरिकी नागरिकता पाना आसान होगा।
अमेरिका से अवैध अप्रवासियों का बाहर निकाला जा रहा है, इसलिए ट्रंप ने ये योजनाएं बनाई हैं। 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने यह कार्रवाई प्रारंभ की है। अमेरिका की आबादी का लगभग १५% अप्रवासी है। भारत, मैक्सिको और चीन इस लिस्ट में शीर्ष पर हैं। अमेरिका में अवैध अप्रवासियों की संख्या लगभग 3% है।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाओं के अनुसार, EB-5 वीजा 1990 में शुरू हुआ था। अमेरिका में निवेश करके अमेरिकी नागरिकों को रोजगार देने वालों को ये वीजा मिलता है। 2025 तक लगभग 19 हजार ऐसे वीजा मिलने की उम्मीद है।
गोल्ड कार्ड का क्या उद्देश्य है?
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि गोल्ड कार्ड से अधिक राशि मिलेगी, समाचार पत्रों के अनुसार। उन्होंने दुनिया भर के धनी लोगों की गहरी दिलचस्पी को देखते हुए दस लाख गोल्ड कार्ड बेचने का प्रस्ताव रखा है। 24 फरवरी 2025 तक अमेरिका का राष्ट्रीय बजट 36.22 ट्रिलियन डॉलर था, एक डाटा के अनुसार। यह डेब्ट को गोल्ड कार्ड से कम करने की उम्मीद है।
डंकी रूट को अपनाने के लिए सबसे आसान क्या था?
भारत से बहुत से लोग अवैध तरीके से या डंकी रूट से अमेरिका आते हैं। अमेरिका वापस भेजने वाले लोगों को अवैध अप्रवासी कहते हैं। 7 से 8 लाख भारतीय अवैध प्रवासियों के रूप में अमेरिका में रहते हैं।
पैसे कमाने के लिए बहुत से भारतीय एजेंट अवैध रूप से अमेरिका में आते हैं। 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक खर्च करते हैं। गोल्ड कार्ड मिलने पर भी उनका अमेरिका जाना मुश्किल होगा क्योंकि उनके लिए 5 मिलियन डॉलर, यानी लगभग 44 करोड़ रुपये का निवेश करना होगा।
ट्रंप का गोल्ड कार्ड भारत के धनी लोगों के लिए वरदान होगा। इससे उन्हें जल्दी और आसानी से अमेरिकी नागरिकता मिलेगी। गोल्ड कार्ड का आगमन EB-5 वीजा कार्यक्रम को समाप्त कर देगा।
अमेरिका में रोजगार के आधार पर कौन-से वीजा प्रदान किए जाते हैं?
- EB-1: यह प्राथमिकता वाले लोगों के लिए है, जिनमें विज्ञान, कला, शिक्षा, खोज, व्यापार या खेल जैसे क्षेत्रों में असाधारण क्षमता या उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले विदेशी नागरिक शामिल हैं।
- EB-2: डॉक्टरेट या कम से कम पांच साल के ग्रेजुएशन के बाद आगे की पढ़ाई के लिए
- EB-3: योग्य कर्मचारियों, पेशेवरों और अन्य लोगों के लिए है।
- EB-4: कुछ विशिष्ट आप्रवासियों के लिए, जिनमें धार्मिक कार्यकर्ता, मंत्री और वर्तमान या पूर्व अमेरिकी सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें:- https://indiapostnews.com/political-controversy/