USCIS: हाल ही में, ट्रम्प प्रशासन ने “संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता और आप्रवासन सेवा” (USCIS) के माध्यम से एक नई नीति की घोषणा की है, जो अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन करने वाले व्यक्तियों के “उत्तम नैतिक चरित्र” के मूल्यांकन को और सख्त बनाती है। यह नीति, जो 15 अगस्त, 2025 को जारी एक ज्ञापन में वर्णित है, “संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता और आप्रवासन सेवा” (USCIS)अधिकारियों को निर्देश देती है कि वे आवेदकों के नैतिक चरित्र का “समग्र” रूप में मूल्यांकन करें, जिसमें न केवल उनमें अपराधों या गलत आचरण की अनुपस्थिति की जाँच करेगा बल्कि उनके सामुदायिक योगदान, पारिवारिक जिम्मेदारियां, शैक्षिक उपलब्धियां, और वित्तीय जिम्मेदारी जैसे सकारात्मक गुणों पर भी ध्यान दिया जाना आवश्यक होगा। यह नीति आप्रवासियों के लिए अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया को और जटिल और कठिन बनाएगी, अतः इस कारण इस प्रक्रिया का वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रभाव पड़ना अवश्यसंभावी है।
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ऐतिहासिक संदर्भ: “उत्तम नैतिक चरित्र” की आवश्यकता 1790 के ‘प्राकृतिक करण अधिनियम’ (Naturalization Act) से अमेरिकी नागरिकता का हिस्सा रही है। परंपरागत रूप से, इसका मूल्यांकन गंभीर अपराधों जैसे हत्या, गंभीर अपराध या नरसंहार जैसे कृत्यों की अनुपस्थिति के आधार पर किया जाता था। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान, “संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता और आप्रवासन सेवा” (USCIS) ने आप्रवासियों के सोशल मीडिया खातों की जांच शुरू की थी, विशेष रूप से यह देखने के लिए कि क्या उनमें “अमेरिका-विरोधी” या यहूदी-विरोधी विचारधारा का समर्थन किया गया है। नई नीति इस दृष्टिकोण को और विस्तार देती है, जिसमें अब मामूली उल्लंघन जैसे बार-बार ट्रैफिक उल्लंघन या “आक्रामक याचना” को भी नैतिक चरित्र के खिलाफ माना जा सकता है।
नीति का विवरण: नया ज्ञापन अधिकारियों को यह निर्देश देता है कि वे आवेदकों के व्यवहार और सामाजिक मानदंडों के पालन को अधिक गहराई से जांचें। इसमें सकारात्मक योगदानों पर “अधिक जोर” देने की बात कही गई है, जैसे कि सामुदायिक भागीदारी, परिवार की देखभाल, और कर अनुपालन। साथ ही, यह अधिकारियों को उन कृत्यों पर “अधिक जांच” करने का निर्देश देता है जो तकनीकी रूप से कानूनी हो सकते हैं, लेकिन स्थानीय समुदाय के औसत नागरिकों के व्यवहार के अनुरूप नहीं हैं। उदाहरण के लिए, बार-बार ट्रैफिक उल्लंघन या उत्पीड़न जैसे व्यवहार अब आवेदन अस्वीकार करने का आधार बन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, नीति में सुधार के प्रमाणों पर विचार करने की बात कही गई है, जैसे कि प्रोबेशन का पालन, बकाया करों का भुगतान, या सामुदायिक सदस्यों से समर्थन पत्र।
समीक्षात्मक विश्लेषण: इस नीति के समर्थकों का तर्क है कि यह अमेरिकी नागरिकता को “सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ” के लिए आरक्षित करता है, जैसा कि USCIS प्रवक्ता मैथ्यू ट्रैगेसर ने कहा। उनका दावा है कि यह नीति यह सुनिश्चित करती है कि नए नागरिक अमेरिकी संस्कृति, इतिहास, और भाषा को अपनाएं। हालांकि, आलोचकों, जैसे कि पूर्व बाइडेन प्रशासन के अधिकारी डग रैंड, का कहना है कि यह नीति “उत्तम नैतिक चरित्र” की परिभाषा को अनावश्यक रूप से विस्तृत करके हानिरहित व्यवहार को भी अस्वीकृति का आधार बना सकती है। यह दृष्टिकोण “संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता और आप्रवासन सेवा” USCIS अधिकारियों को व्यक्तिपरक व्याख्याओं के लिए व्यापक विवेक देता है, जिससे मनमानी प्रवर्तन का जोखिम बढ़ता है। प्रोफेसर जेन लोपेज ने इसे “पिछली प्रथाओं से विचलन नहीं” माना, लेकिन चेतावनी दी कि यह व्यक्तिगत व्याख्याओं को बढ़ावा दे सकता है।
वैश्विक संदर्भ: वैश्विक स्तर पर, नैतिक चरित्र का मूल्यांकन आप्रवास और नागरिकता नीतियों में एक सामान्य विशेषता है, लेकिन इसका कार्यान्वयन व्यापक रूप से भिन्न होता है। पश्चिमी समाजों में तर्क और बहस को नैतिकता के मूल्यांकन में महत्व दिया जाता है, जबकि पूर्वी समाजों में सामाजिक सामंजस्य और प्रतीकात्मक नैतिक निर्णयों पर अधिक जोर दिया जाता है। नई अमेरिकी नीति पश्चिमी दृष्टिकोण के अनुरूप है, लेकिन इसकी अस्पष्टता और व्यक्तिपरकता गैर-पश्चिमी संस्कृतियों से आने वाले आप्रवासियों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है, जहां नैतिक मानदंड भिन्न हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, सामुदायिक भागीदारी या व्यक्तिगत उपलब्धियों को प्रदर्शित करने की अपेक्षा उन संस्कृतियों में कम प्रचलित हो सकती है जहां सामूहिक मूल्यों को प्राथमिकता दी जाती है।
उत्पन्न होने वाली बहस: यह नीति कई बहसों को जन्म देती है। पहला, यह कानूनी आप्रवास को और प्रतिबंधित करने के ट्रम्प प्रशासन के व्यापक एजेंडे का हिस्सा प्रतीत होता है, जिससे नागरिकता आवेदन कम हो सकते हैं। दूसरा, “अमेरिका-विरोधी विचारधारा” की जांच, विशेष रूप से सोशल मीडिया पर, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में सवाल उठाती है। तीसरा, नीति का संभावित उपयोग नागरिकता छीनने के लिए किया जा सकता है, जैसा कि ट्रम्प द्वारा कुछ व्यक्तियों के खिलाफ की गई धमकियों से संकेत मिलता है। यह नीति आप्रवासियों को डराने और आवेदन प्रक्रिया को और जटिल बनाने का जोखिम उठाती है, जिससे सामाजिक एकीकरण और आर्थिक योगदान प्रभावित हो सकते हैं।
अतः नया “उत्तम नैतिक चरित्र” परीक्षण अमेरिकी नागरिकता नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है, जो अधिक कठोर और व्यक्तिपरक मूल्यांकन की ओर बढ़ रहा है। हालांकि यह समाज में सकारात्मक योगदान को प्रोत्साहित करने का इरादा रखता है, लेकिन इसकी अस्पष्टता और व्यापक विवेकीय शक्तियां निष्पक्षता और पारदर्शिता के बारे में चिंताएं पैदा करती हैं। वैश्विक संदर्भ में, यह नीति सांस्कृतिक रूप से विविध आप्रवासियों के लिए अनुचित बाधाएं पैदा कर सकती है। जैसे-जैसे यह नीति लागू होगी, इसके कानूनी, सामाजिक, और राजनीतिक निहितार्थों पर तीव्र बहस होने की संभावना है।
लेखक- डाॅ.के. रंजन शर्मा
(यह लेखक के निजी विचार है।)