Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड में बारिश ने मचाई तबाही, पहाड़ से लेकर मैदान तक मचा हाहाकार

Uttarakhand Landslide: सरकार ने रोकी चार धाम यात्रा
उत्तराखंड में शनिवार देर शाम से हो रही लगातार बारिश ने भारी तबाही मचाई है उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में बादल फटा है जिसमें 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं सरकार ने एहतियातन 24 घंटे के लिए चार धाम यात्रा को भी स्थगित कर दिया है वही पर्वतीय क्षेत्र के साथ-साथ बारिश से मैदाने में भी नुकसान हुआ है राजधानी देहरादून मकान और सड़कों को नुकसान पहुंचा है तो वहीं हरिद्वार में नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी अब गांव में घुसने लगा है जबकि फैसले भी बर्बाद हुई है।

Uttarakhand Landslide


उत्तराखंड में शनिवार देर शाम से पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में सिलाई बैंड के पास बादल फटने भारी नुकसान हुआ है जहां बादल फटने के बाद आए मलबे में 8 से 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं जिनको ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है वहीं बद्रीनाथ और केदारनाथ मार्ग में भी लैंडस्लाइड की खबर है जिसके कारण कई जगह रास्ता अवरोध हुआ है जिनको खोलने का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है_ लगातार हो रही बारिश और नुकसान के बाद सरकार ने अगले 24 घंटे के लिए चार धाम यात्रा को स्थगित कर दिया है और यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रुकने की अपील की जा रही है वहीं जो श्रद्धालु रास्ते में फंसे हुए हैं उनको भी सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है_ इसके अलावा पौड़ी के कोटद्वार श्रीनगर मार्ग पर भी मलबा आने की वजह से रास्ता बाधित हुआ है जिसको खोलने का काम भी किया जा रहा है_ पहाड़ों के साथ-साथ बारिश ने मैदानों में भी कहर बरपाया है

शनिवार देर शाम से हो रही लगातार बारिश ने राजधानी देहरादून हरिद्वार और उधम सिंह नगर में भी तबाही मचाई है देहरादून के करगी ग्रांट में एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है जबकि सहस्त्रधारा में एक मकान के नीचे का पुश्ता पानी में बह गया है इसके साथ ही देहरादून के ही ऋषिकेश और भानियावाला में भी सड़के नदियों में तब्दील हो गई है और जगह-जगह जल भराव हो गया है जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मौसम विभाग द्वारा उत्तराखंड में अगले दो दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जिसके बीच देर रात से हो रही बारिश के चलते यमुना और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। ऐसे में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोहारी और डाकपत्थर डैम से काफी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है जो की तीव्र वेग के साथ मैदानी इलाकों की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है।

पानी के वेग का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की यमुना में पानी का जलस्तर आर पार देखा गया है। बड़ी बात यह है कि यमुना नदी में छोड़े गए पानी के समय कुछ बच्चे और स्थानीय लोग तो पानी देखने पहुंचे मगर विकासनगर तहसील और पुलिस प्रशासन नदी किनारे से नदारत मिला। ऐसे में यमुना नदी का जलस्तर इतना बढ़ा होने के बीच किसी भी अनहोनी को टाला नहीं जा सकता। वही पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात होने लगे हैं उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है जबकि सोलानी नदी का पानी अब गांव में घुसना शुरू हो गया है जबकि हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों में फसलों को भी नुकसान पहुंचा है ऐसे ही हालात उधम सिंह नगर में हैं जहां गलियां तालाब में तब्दील हो गई है_


प्रदेश में बारिश के कारण हुई भारी तबाही और उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार प्रदेश की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों से पाल-पाल का अपडेट ले रहे हैं वहीं मौसम विभाग ने अगले 36 घंटे के लिए एक बार फिर चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने की भी अपील की है।

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