मसूरी, उत्तराखंड। उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर सिंह पवार ने उत्तराखंड परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर चुनाव को लेकर जिला प्रशासन और परिवहन विभाग के द्वारा कम किराये में वाहन मुहैया कराये जाने को लेकर असहमति जताई है। उन्होंने कहा कि 2016 से जिला प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा चुनाव के समय पर अधिकृत की जाने वाले वाहनों का किराया आज के समय पर उसी दर से दिया जा रहा है जो बहुत कम है वही चालकों को भी किसी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हद जाती है जिससे वाहन संचालकों के साथ चालकों में भारी आक्रोश व्याप्त है उन्होंने कहा कि जहां वहां चुनाव ड्यूटी पर जाते हैं उनको मतदान करने का भी अधिकार नहीं होता है जो लोकतंत्र के नियमों के खिलाफ है। उन्होने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त जी संज्ञान लें कि चुनाव ड्यूटी वाली गाड़ियों का किराया बढ़ाया जाय , चालकों को खाने रहने की सुबिधा दी जाय चालक को वैलेट पेपर से वोट देने का अधिकार हो। उन्होने परिवहन आयुक्त को पत्र लिखकर बोलेरो के लिए प्रतिदिन 1800 रुपये रुपये और इनोवा के लिए 2000 रुपये दैनिक किराए का भुगतान विश्राम के एवज में पांच सौ रुपये का भुगतान मांगा है। उन्होने बताया कि चुनाव है ड्यूटी में अधिग्रहीत किए जा रहे वाहनों के एवज में 2016 में लागू सरकारी दरों को लागू कर रहा है। 2016 में अधिग्रहीत की गई गाड़ियों की एवज में चार सीट वाली गाड़ियों के लिए 585 रुपये और छह सीट की गाड़ियों के लिए 685 रुपये का भुगतान किया गया था। उन्होने परिवहन आयुक्त से मांग की कि वाहनों के किराये में बढ़ोतरी की जाए, चुनाव ड्यूटी पर वाहन चालकों को बैलेट पेपर से मत देना का अधिकार हो, चालकों की रहने और खाने की व्यवस्था की जाये।
रिपोर्टर सुनील सोनकर