उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राज भवन के पास एक गर्भवती महिला ने बीच सड़क पर बच्चे को जन्म दे दिया। महिला को रिक्शे से अस्पताल ले जाया जा रहा था ।
इस घटना के सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया जा रहा है जानकारी के मुताबिक सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद ही एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची थी। इस कारण महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया बाद में बच्चे की मौत हो गई।
इस मामले पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने यूपी सरकार को घेरा है कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि पीड़ित महिला 4 दिन से एडमिट होने का प्रयास कर रही थी। मजबूरन सड़क पर निकल रहे लोगों ने उसे बीच सड़क पर प्रसव करवाया ।
इससे शर्मनाक क्या होगा लेकिन सरकार के लोग इसी में बैठकर झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं कि सब ठीक है पूरा पर विभाग भ्रष्टाचार में डूबा है । आम आदमी की सुध लेने वाला कोई नहीं राज्य का क्या हाल होगा इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं।
कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी ने भी बीच सड़क पर महिला के पुरुषों को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा है कि तमाम विज्ञापनों और गांव के बावजूद सुबह के स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। एंबुलेंस ना मिलने पर एक से अस्पताल जारी महिला को राजभवन के पास सड़क पर प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ेगा तो पूरी व्यवस्था के लिए शर्मनाक है सुबह की शासन व्यवस्था की असली हकीकत है।