Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण भारत के लिए दो और उत्तर प्रदेश के लिए एक वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई। इस तरह से अब देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 102 हो गई है।
Vande Bharat Train
आधुनिक होते भारतीय रेलवे का चेहरा वंदे भारत , जिसमें शनिवार को तीन और ट्रेन का इजाफा हुआ टेंपल सिटी मदुरई से आईटी सिटी बेंगलुरु तक, मेरठ से उत्तर प्रदेश, चेन्नई एग्मोर से नागरकोइल तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दक्षिण भारत के राज्यों में रेल यातायात को और मजबूत किया है इन राज्यों में रेलवे ट्रैक बेहतर हो रहे हैं । इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
बहुत जल्द वंदे भारत का स्लीपर वर्जन और वंदे मेट्रो आने की भी घोषणा की। इस साल के बजट में ढाई लाख करोड रुपए से ज्यादा का बजट रेलवे को दिया गया है। भारतीय रेल की लगातार पुरानी छवि से निकल कर हाईटेक सुविधाओं जुड़ती जा रही है।
भारतीय रेल लगातार आधुनिकीकरण की और बढ़ रही है उसी क्रम में वंदे भारत को एक क्रांति के तौर पर देखा जा सकता है मोदी सरकार के कार्यकाल में हर शहर में वंदे भारत लाने का टारगेट भारतीय रेल के प्रगति के पथ पर लगातार बढ़ते कदमों को दिखाता है
वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित होने वाली पहली भारतीय अर्ध-हाई स्पीड ट्रेन और भारत की पहली बिना इंजन की ट्रेन है
100% स्वदेशी ट्रेन जिसकी स्पीड 160 किमी/घंटा से 200 किमी/घंटा है । वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 100 किमी की स्पीड तक पहुँचने में मात्र 52 सेकंड का समय लगाती है
स्वचालित दरवाजे ,कई आधुनिक सुविधाओं से लैस ऑनबोर्ड वाई-फाई प्रणाली, प्रत्येक सीट के नीचे मोबाइल फोन और लैपटॉप चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन, जीपीएस सिस्टम ,जो आने वाले स्टेशनों और अन्य जानकारी के बारे में जानकारी प्रदान करता है। साथ ही ट्रेन में भोजन और हवाई जहाज की तरह आरामदायक सीटे बंदे भारत में यात्रियों की यात्रा को एक सुखद एहसास देती है वहीं स्वच्छता की दृष्टि से ट्रेन में बायोवैक्यूम शौचालय बनाए गए हैं जैसा
हाल ही में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बाद तीन वंदे भारत ट्रेन चेन्नई एग्मोर से नागरकोइल, मदुरई से बेंगलुरु छावनी और मेरठ-लखनऊ के रूट पर चलाई गई, जिस खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई।
इस मौके पर वंदे भारत में करने वाले सभी यात्री काफी उत्साहित दिखाई दिए यही नहीं जैन स्टेशन से यह ट्रेन गुजरी वहां पर भी लोगों ने बढ़ चढ़कर इसका स्वागत किया भारत एक्सप्रेस की टीम में भी मदुरई से लेकर बेंगलुरु तक में सिर्फ इस ट्रेन में यात्रा की और उसका अनुभव लिया बल्कि ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों से भी उनका अनुभव साझा किया.
भारतीय रेलवे की धीरे-धीरे यह कोशिश है की वंदे भारत एक्सप्रेस हर राज्य में पहुंचे और हर ऐसे स्टेशन पर पहुंचे जहां पर लोगों को अपनी सफर को जल्दी पूरा करने के साथ-साथ एक शानदार सुखद अहसास भी हो।
और इसे लगातार अंजाम दे रहे हैं मोदी सरकार के एक कर्तव्य लिस्ट केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जी ने मोदी सरकार ने तीसरे कार्यकाल में भी रेल रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप जिसे बखूबी निभाते हुए नजर आते हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस में ही एक और उपलब्धि वंदे भारत स्लीपर बनाकर भारतीय रेल मध्यम वर्ग को एक और सौगात देना चाह रहा है ताकि वह स्लीपर क्लास में आराम से सोते हुए भी लंबी यात्रा का आनंद उठा सके केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मौके पर बेंगलुरु के वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल की झलक देखी अगले 10 दिन में इस ट्रेन को परीक्षण के लिए रवाना किया जाएगा। 3 महीने में यह ट्रेन आम लोगों के लिए चलने लगेगी. देश में वंदे भारत की संख्या अब बढ़कर 102 हो गई है आने वाले वक्त में वंदे भारत स्लीपर के साथ-साथ भारत सरकार की योजना वंदे मेट्रो लाने की भी है जिस पर तेजी से कम हो रहा है ऐसे में भारतीय रेल नई टेक्नोलॉजी के साथ-साथ प्रगति के पद पर लगातार बढ़ती हुई दिखाई देती है।
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Reported By: Komal Sharma