चुनाव के बाद की हिंसा आरोपियों पर कारवाही की होती, तो रुक सकती थी दस निर्दोष हत्याएं :भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग
चंडीगढ़: भाजपा के राष्ट्रिय महासचिव तरुण चुघ ने वेस्ट बंगाल के वीरभूम जिला के बोगतुइ में हुई हिंसा में 10 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या पर दुःख प्रकट करते हुए कहा की प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जब से शासन संभाला है, तब से
बंगाल राजनीतिक प्रतिशोध में जल रहा है।
बंगाल के विधान सभा चुनाव के बाद भी तृणूमल कांग्रेस के गुंडों ने भाजपा का समर्थन करने वाले कार्यकर्ताओं व समर्थकों पर कातिलाना हमले किए। महिलाओं के साथ दुष्कर्म किए गए। हजारों लोग पलायन कर गए, लेकिन ममता बनर्जी ने आगजनी व गुंडागर्दी की घटनाओं की जांच तक नहीं करवाई। यही कारण है तृणमूल कांग्रेस के गुंडों के होंसले इतने बढ़ गए है की छोटी-छोटी बातों पर निर्दोषों का कत्ल कर देते है। बंगाल में गुंडों को राजनितिक सरक्षण मिल रहा है, जिस कारण वहां पर हिंसा पर नियंत्रण नहीं हो रहा।
चुघ ने कहा की गत विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के पश्चात भाजपा द्वारा गठित उच्चस्तरीय जांच कमेटी के सदस्य के रूप में तब वह स्वयं बंगाल गए थे, वहां पर जिस प्रकार भाजपा समर्थकों के घरों को जलाया गया, उससे देश विभाजन के समय की त्रासदी याद आती थी। उन्होंने कहा की वीरभूम की घटना ने साबित कर दिया है की ममता बनर्जी राज्य में हिंसा रोकने में असमर्थ है। मुख्यमंत्री ने चुनाव के बाद की हिंसा आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की होती, तो गुंडे 10 लोगों की निर्मम हत्या करने का दुःसाहस न करते। अब समय आ गया है की केंद्र सरकार ममता बनर्जी की सरकार पर नकेल कसने के लिए कोई फैसला करे।
चुग ने कहा की ममता बनर्जी संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। राज्यपाल के साथ उनका टकराव उनकी शासन करने की तानाशाही प्रवृति का सूचक है। बड़े बड़े दावे करने वाली ममता बनर्जी को पहले अपने राज्य के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यदि उनसे बंगाल नहीं संभल रहा तो इस्तीफा दे ताकि राज्य के लोगों का सुखचैन बहाल किया जा सके।