Who is Montu Patel: सीबीआई ने रिश्वत मामले की जांच में फोरेंस फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया के प्रमुख मोंटू पटेल के घर पर मारा छापा ।सीबीआई ने फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष मोंटू पटेल पर शिकंजा कसा है। बंगले पर छापा मारा यह छापेमारी अवैध कॉलेज और अन्य घोटालों के मामले में की गई ।
Who is Montu Patel
मोंटू पटेल पर दिल्ली स्थित अपने कार्यालय और आवास पर रिश्वत लेने का आरोप है। आपको बता दे की मोंटू पटेल एबीवीपी पैनल से चुनाव लड़कर निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे लेकिन अब सीबीआई की छापेमारी में पटेल की मुश्किलें काफी बढ़ा दी । 4 साल पहले फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कार्यकारी सदस्यों के लिए चुनाव आयोजित किए थे जिसमें गुजरात से राज्य फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष मोंटू कुमार पटेल ने एबीवीपी पैनल की ओर से अपनी उम्मीदवारी तक कि उसे चुनाव में उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित किया गया।
भारत की फार्मेसी शिक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने अहमदाबाद में फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया यानी कि एफसीआई के अध्यक्ष मोंटू पटेल के झुंडाल बंगले पर छापा मारा। आपको बता दें यह एक हाई प्रोफाइल कार्रवाई कई राज्यों में जैसे कि महाराष्ट्र में फार्मेसी कॉलेज की मान्यता के इर्द-गिर्द कथित रिश्वतखोरी और अनियमितताओं की एक बड़ी जांच का हिस्सा है।
सूत्रों के मुताबिक मोंटू पटेल अपने दिल्ली स्थित कार्यालय और आवास दोनों पर कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में जांच के दायरे में है हालांकि मोंटू पटेल को अभी तक हिरासत में सीबीआई ने नहीं लिया है लेकिन छापेमारी से मिले सबूत को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
सूत्रों के आधार पर जानकारी मिली है इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि मोंटू पटेल के कार्यकाल में कॉलेज की मान्यताएं पैसे लेकर बेची जा रही थी फर्जी प्रविष्टियां पिछली तारीख से मंजूरी और जीपीएससी में हेरा फेरी यह सब उसे रैकेट का हिस्सा है जिसका अब सीबीआई पर्दाफाश कर रही है।
आपको यह भी बता दे की सीबीआई कई महीनो तक की गई निगरानी और पटेल के खिलाफ शिकायतों के बाद की गई है पटेल पर आरोप है कि उन्होंने फार्मेसी कॉलेज को अवैध मंजूरी देने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और निजी लाभ के लिए शैक्षिक मानकों से समझौता भी किया।
जांच में यह पता चला है कि गुजरात लोक सेवा आयोग प्रणाली में फर्जी आवक संख्या पिछली तारीख की प्रविष्टियों और छेड़छाड़ की गई फाइलें कथित तौर पर पटेल और उनके सहयोगियों को पीसीआई में वरिष्ठ पदों पर पदोन्नति करने के लिए इस्तेमाल की गई । अधिकारियों का ऐसा मानना है कि इन हेरा फेरी में भ्रष्ट प्रथाओं की रक्षा के लिए एक शक्तिशाली आंतरिक नेटवर्क बनाने में भी मदद मिली।
सीबीआई जांच का दायरा गुजरात से आगे बढ़कर बाकी राज्यों तक पहुंच गया है । खासतौर पर महाराष्ट्र जहां कथित तौर पर कई कॉलेज में फर्जी तरीके से पीसीआई मान्यता हासिल की । सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक कॉलेज मान्यता की पूरी प्रक्रिया की अब समीक्षा की जा रही है इसके साथ ही छापेमारी के बाद फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया के खिलाफ आलोचना भी शुरू हो गई है कार्यकर्ता और शिक्षा विशेषज्ञ पीसीआई की मान्यता प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव की भी मन कर रहे हैं हालांकि जिस तरीके से सीबीआई इस पूरे मामले पर छापेमारी कर रही है देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगे क्या-क्या खुलासा होता है।
कौन है मोंटू पटेल
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर मोंटू कुमार पटेल गुजरात स्टेट फार्मेसी काउंसिल के भी अध्यक्ष है इसके साथ उनके पास फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है। वह भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के युथ डेवलपमेंट सेल के स्टेट इंचार्ज भी है । मोंटू पटेल के अहमदाबाद बंगले पर छापेमारी को रिश्वतखोरी के बड़े रैकेट से जोड़कर देखा जा रहा है। आपको यह भी बता दें कि इससे पहले सीबीआई ने उनके खिलाफ एक्शन लिया था लेकिन इस बार की कार्रवाई काफी बड़ी मानी जा रही है ।
सूत्रों के मुताबिक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी चल रही थी। कॉलेज की मान्यता रिन्यूअल के लिए मोटी रकम वसूली जा रही थी सीबीआई की तरफ से भी छापेमारी को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक स्टेटमेंट फिलहाल जारी नहीं किया गया है लेकिन इस कार्रवाई ने गुजरात में फार्मेसी से जुड़े लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया है।