कानपुर। कानपुर प्रेस क्लब में रविवार को दिवंगत वरिष्ठ छायाकार संजय त्रिपाठी जी की याद में हेल्थ कैंप लगाया। बता दे कि संजय जी का 22 नवंबर को जन्मदिन होता है। जन्मदिवस के पूर्व दिवस पर को हेल्थ कैम्प लगाया गया। जिसमें डॉक्टर हेमंत मोहन और डॉक्टर आरती मोहन ने पत्रकार साथी और उनके परिजनों को देखकर दवा वितरित की। होमियोपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन व डॉ आरती ने किया। होम्योपैथिक दवाओ के द्वारा कोरोना काल में क्षतिग्रस्त फेफड़ों को होम्योपैथिक दवाएं त्वरित ठीक करती है। इस अवसर पर डॉ हेमंत मोहन व डॉ आरती मोहन ने बताया कि डेंगू,चिकनगुनिया,जीका वायरस में घबराने की आवश्यकता नहीं है ।कैंप में असाध्य रोग जैसे कि पथरी, चर्मरोग,भगंदर बच्चेदानी,एक्जिमा, दमा, उक्त रक्तचाप,मधुमेह,डिप्रेशन,सर्दी,खांसीआदि के 1450 मरीजों का निशुल्क परीक्षण कर निशुल्क दवाए वितरित की गई। आरोग्यधाम की स्त्रीरोग विशेषज्ञ डा आरती मोहन ने महिलाओं से संबंधित रोग जैसे मासिक अनियमित,बच्चेदानी में गांठ,बांझपन, स्वेत प्रदर आदि के महिलाओं का निशुल्क परीक्षण कर दवाएं वितरित की। आरोग्य धाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन ने बताया कि समय परिवर्तन के साथ–साथ सालों एलोपैथिक दवाओ के प्रभाव से बचने के लिए होम्योपैथिक दवाओं का सहारा ले रहे है। होम्योपैथिक एक ऐसी चिकित्सा प्रणाली है जिसमें रोग के साथ रोगी भी ठीक हो जाता है। होम्योपैथिक दवाएं असाध्य रोगों मे कारगर सिद्ध हुई हैं। कैंप में बुजुर्ग में दमा, उच्च रक्तचाप,मधुमेह,व छोटे बच्चों में निमोनिया व चर्म रोग एवं कोल्ड डायरिया के अधिक मरीज पाये जाते हैं। रोगियों को उच्च रक्तचाप डेंगू से बचने की सलाह दी एवं संतुलित आहार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घी,तेल चिकनाई का सेवन कम से कम करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
कैंप में दवाओं की व्यवस्था आयोग धाम ग्वालटोली के डॉ हेमंत मोहन ने बताया कि लोगों के मन में भ्रांतियां है कि होमियोपैथिक दवाए धीरे-धीरे असर करती हैं। यदि लक्षणों का चैन सही हो तो होम्योपैथिक एलोपैथिक दवा की तरह तुरंत अपना प्रभाव दिखाती एलोपैथिक दवा से भी तीव्र फायदा करती है।
रिपोर्टर- कमर आलम