राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेडकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस साल अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का वार्षिक बैठक का आयोजन 11 से 13 मार्च के बीच गुजरात के कर्णावती में हो रहा है।
दरअसल संघ में अलग -अलग तरह की बैठकें होती हैं लेकिन उनमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बैठक प्रतिनिधि सभा की होती है। इससे पहले प्रतिनिधि सभा की बैठक नागपुर में होती थी इससे पहले पहली बार है जब प्रतिनिधि सभा 1988 में गुजरात के राजकोट में हुआ था।
संघ के प्रतिनिधि सभा में 1248 प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं जिसमें सर संघ चालक मोहन भागवत मौजुदगी में सर कार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबोले बैठक का संचालन करेंगे।
इस बैठक में चयनित प्रतिनिधि, प्रांत संघचालक, प्रांत कार्यवाहक और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे ।इस बार 36 सगठनों के संगठन मंत्री और प्रतिनिधि के शामिल होने की सम्भावना है।
गौरतलब है कि इस बैठक में हर साल के कार्य के बारे में योजना बनाई जाती है उसकी समीक्षा होती है। सरवाहक संघ कार्य एवं प्रांतों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हैं ।2025 में संघ की स्थापना को 100 साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर अपने-अपने प्रांतों में जो योजना बनाई गई है उसका निवेदन और चर्चा इस बैठक में की जाएगी। संघ कार्य के संख्यात्मक आंकड़े प्रांत के मुताबिक प्रस्तुत किए जाएंगे ।संघ के शताब्दी साल के अवसर पर संघ कार्य 1लाख स्थानों तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर तमाम प्रांतों द्वारा जो आयोजन किया जा रहा है उसकी भी चर्चा इस बैठक में की जाएगी। स्वाधीनता के अनेक ऐसे वीर जिनके बारे में विशेष जानकारी नहीं है ।वह जानकारी समाज को देने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार द्वारा स्व निर्भरता कैसे पा सकते हैं इस बारे में भी कई उपक्रम संघ ने प्रारंभ किए हैं।
संत समाज में समरसता, पर्यावरण, परिवार प्रबोधन समेत अनेक संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिसके विषय में बैठक में चर्चा होगी और आगे की दिशा तय की जाएगी।
गौरतलब है कि इस पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक कुमार और गुजरात के सह प्रांत कार्यवाहक डॉक्टर सुनील भाई बोरिसा और डॉक्टर शिरीष काशीकर मौजूद रहे।