Aam Adami Party: बदलाव के नाम पर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी पर सबसे अधिक भ्रष्टाचार के आरोप: तरुण चुघ

Tarun Chugh,BJP Leader

Aam Adami Party: बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने आम आदमी पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाये है। बीजेपी नेता नेता ने कहा सबसे भष्ट्राचारी पार्टी है आम आदमी पार्टी ।

Aam Adami Party

  • आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचारियों का डॉन -तरुण चुघ
  • शराब की बिक्री पर पहले 2 प्रतिशत कमीशन बढा कर 12 प्रतिशत क्यों ?
  • किसको लाभ देने के लिए किया गया :तरुण चुघ
  • बिक्री पर कमीशन बढ़ाकर निजी “अपने ” कारोबारियों के पास पहुंचाया पैसा
  • एक के बाद एक परत खुल रही , कैसे दिल्ली और पंजाब के संशाधनो को लूटा जा रहा :चुघ

चंडीगढ़ : 6 अक्तूबर

Aam Adami Party: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने कहा की आम आदमी पार्टी (AAP) भ्रष्टाचारियों का डॉन है। केजरीवाल सरकार में शराब घोटाला करने वाला एक भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि दिल्ली सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।

बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कहा की मोदी सरकार में कानून अपना काम कर रहा । लेकिन आम आदमी पार्टी की राजनीति है कि सीना ठोक कर घोटाला करो और पकड़े जाओं, तो उस पर सवाल उठाओ।इसके अलावा बीजेपी नेता ने कहा की सूत्रों के अनुसार संजय सिंह के घर से बरामद कागजात से शराब घोटाले के तार आम आदमी पार्टी के बहुत बड़े नेताओं तक पहुंच रहा है। इससे स्पष्ट होता है की मुख्य सूत्रधार संजय सिंह ही थे |

चुघ ने सवाल उठाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पुराने शराब नीति को बदल दिया? क्या कारण था कि शराब उत्पादक को रिटेल कारोबार करने का अधिकार दिया गया? क्या कारण था कि शराब की बिक्री पर पहले 2 प्रतिशात कमीशन था, जिसे बढ़कार 12 प्रतिशत कर दिया गया? किस को और क्या लाभ पहचाने के लिए कमीशन बढ़ाया गया हैं?

चुघ ने कहा की केजरीवाल सरकार ने शराब बिक्री पर कमीशन बढ़ाकर निजी एवम “अपने ” कारोबारियों के पास पैसा पहुंचाया और उसके बाद कमीशन का वह पैसा घूम कर आम आदमी पार्टी के पास पहुंच जाता है। इस घोटाले की साजिश के पीछे मनीष सिसोदिया और संजय सिंह प्रमुख भूमिका निभा रहे थे।

तरुण चुघ ने पूछा कि दिल्ली की जनता की 30 करोड़ रुपए शराब कारोबारी लाइसेंस होल्डरों को वापिस क्यों की गयी? क्या कारण था कि केजरीवाल सरकार को नई शराब नीति वापस लेनी पड़ी? अगर नई शराब नीति इतनी अच्छी थी, तब वापस क्यों ली गयी? इसके अलावा सवाल पूछते हुए बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कहा कि क्या कारण था कि केजरीवाल सरकार में शराब कारोबारियों का 145 करोड़ रुपए माफ कर दिए गए। वह भी बिना कैबिनेट की मंजूरी के? किसने माफ करने की इजाजत दी? यह दिल्ली के मतदाताओं और लोकतंत्र का अपमान है |

चुग ने बताया कि केजरीवाल जी के पास उनकी सरकार में भ्रष्टाचार न होने का तथ्य होता, तो सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया आज जेल में न होते और दोनों जेल में वीआईपी सुविधा नहीं ले रहे होते।

चुघ ने कहा की जैसे ईडी ने शुरुवात जांच में सामने आया है कि संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा को केजरीवाल सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से भी मुलाकात कराई। तब, दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के बार एंड रेस्टॉरेंट मालिकों से मिलकर लाखों रुपए इकट्ठा करके संजय सिंह एवं मनीष सिसोदिया को पहुंचाया। दिनेश अरोड़ा ने सीबीआई के सामने स्वयं स्वीकार किया है कि आम आदमी पार्टी के लिए पैसा इकठ्ठा करने के बदले तत्कालीन शराब मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिनेश अरोड़ा को एक्ससाइज मामले में मदद की।

चुग ने कहा कि पंजाब जब कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की ड्रग के एक पुराने केस में गिरफ्तारी होती है, तब आम आदमी पार्टी प्रेस कांफ्रेंस करके कहती है कि “कानून अपना काम करेगी।” अब जब उसके सांसद शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए हैं तो कह रही है कि “कानून अपना काम नहीं कर रही है, मोदी सरकार बौखलाहट में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

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