चमोली, उत्तराखंड। श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियों को लेकर भारतीय सेना की 418 स्वतंत्र इंजीनियरिंग कोर के कमांडिंग ओफ़िसर कर्नल आरएस पुण्डीर के निर्देशानुसर सूबेदार मेजर नेकचंद ने अपनी पांच सदस्यीय टुकड़ी के साथ श्री हेमकुंड साहिब तक रेकी की । उन्होंने पाया की क्योंकि बर्फ़ अधिक है इसलिए इस वर्ष बर्फ़ हटाने एवम् रास्ता पैदल यात्रा के लिए सुगम बनाने के लिए अधिक जवान एवं अधिक समय की आवश्यकता होगी। जिस की व्यवस्था कर ली जाएगी तथा माह माह के प्रथम सप्ताह के बाद से किसी समय भी यह कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सिक्खो की आस्था का प्रतीक हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है। हालांकि वर्ष 2012 के बाद यहां के कपाट प्रतिवर्ष 25 मई को खुलते रहे हैं । इससे पहले यह तिथि एक जून को निर्धारित थी। इस बार कपाट खुलने को लेकर अप्रैल प्रथम सप्ताह में गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेंनेजमेंट ट्रस्ट की बैठक होनी है। इसबार हेमकुंड में दस फिट से अधिक बर्फ जमी हुई है अटलाकोटी से हेमकुंड तक तीन किमी क्षेत्र बर्फ से पटा हुआ है। यात्रा को लेकर प्रशासन के सामने चुनौती है।
रिपोर्ट- देवेन्द्र सिंह रावत