Waqf Bill: सरकार वक्फ संशोधन विधेयक को संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पेश करने की संभावना है। इस बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद में प्रस्तुत की थी।
Waqf Bill
दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ संशोधन बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन का आयोजन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी समेत विभिन्न मुस्लिम संगठनों और कई राजनीतिक दलों के नेता भी जंतर-मंतर पर उपस्थित हुए हैं।
जो नेता वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में जंतर-मंतर आए हैं, उनमें टीएमसी सांसद अबू ताहीर खान, आईयूएमएल सांसद ईटी बशीर, एनसीपी शरद गुट की फौजिया खान, सीपीआईएम सांसद राजा राम सिंह, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी, बीजेडी सांसद मोहिबुल्ला खान, सपा के धर्मेंद्र यादव, जिया उर रहमान बर्क, मोहिबुल्ला नदवी, अवधेश प्रसाद और कांग्रेस के सलमान खुर्शीद, गौरव गोगोई और नासिर हुसैन शामिल हैं।
जमात-ए-इस्लामी हिंद: वक्फ को नुकसान पहुँचाने वाला कानून
जमात-ए-इस्लाम हिंद के नेता सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने वक्फ बिल पर कहा है कि हमें किरण रिजिजू से यह पूछना चाहिए कि इस बिल में ऐसा कौन सा प्रावधान है जो बाय यूजर खत्म करने से प्रशासन को बेहतर बनाएगा। ये बिल वक्फ को कमजोर करने के उद्देश्य से लाए जा रहे हैं। यह बिल मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा का मामला है। किसी भी परिस्थिति में बिल को स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए। ये धरना एक शुरुआत है। यदि बिल वापस नहीं लिया गया, तो देश के हर हिस्से में विरोध प्रदर्शन होगा।
AIMPLB के सचिव ने कहा: पीएम की ओर से दरवाजा बंद हो गया
तालिब रहमानी, जो AIMPLB के सचिव हैं, ने कहा, ‘पीएम ने कहा था कि ईद के दिन उनके घर पर खाना नहीं पकता। प्रधानमंत्री साहब, हम आज भी आपके लिए शुद्ध शाकाहारी खाना भेजने के लिए तत्पर हैं। हमारा किचन आज भी खुला है, लेकिन आप की तरफ से प्यार का दरवाजा अब बंद हो चुका है। भारत को बांग्लादेश की हसीना पसंद है, परंतु भारत को हुसैन पसंद नहीं आता।
मदनी ने कहा – यह मुल्क के दस्तूर का मामला
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के नेता मौलाना महमूद मदनी ने बयान दिया कि यह मामला केवल मुसलमानों से संबंधित नहीं है, बल्कि मुल्क के दस्तूर का मामला है। भारत के संविधान पर बुलडोजर चलाने की कोशिश की जा रही है। हर संघर्ष के लिए बलिदान की आवश्यकता होती है। हमें बलिदान देने के लिए तत्पर रहना चाहिए। अब सड़क के जरिए काम नहीं होगा।
सलमान खुर्शीद ने कहा हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानी दी
कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने बयान दिया, ‘हमारी कौम ने राष्ट्र के लिए बलिदान दिया है। हमारा देश एकता का आदर्श उदाहरण था। अब तहजीबी पहचान पर प्रश्नचिह्न उठाया जा रहा है। उत्तराखंड में यूसीसी के बारे में भी प्रश्न उठाए गए हैं। हमें अपने विश्वास पर जीने की अनुमति दें। सरकार ने हमारी बात को नहीं समझा। हमारी जनता अपने मुद्दे का समाधान खुद करेगी, कृपया हस्तक्षेप न करें। संविधान हमें समर्थन देगा।
गौरव गोगोई: जेपीसी में तानाशाही हुई
कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हमारा देश भाईचारे की भावना से चलेगा। जेपीसी की समिति में तानाशाही का माहौल था। हम बार-बार यह कहते रहे हैं कि कमेटी में संविधान और संसद के नियमों के साथ अन्याय किया जा रहा है। इस कानून का उद्देश्य समाज में नफरत फैलाना है।
13 फरवरी को JPC ने संसद में पेश की थी रिपोर्ट
सरकार वक्फ संशोधन विधेयक को संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पेश करने की संभावना है। ज्ञात हो कि इस विधेयक पर बनी संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद में प्रस्तुत की थी। विपक्ष के सांसदों ने जेपीसी अध्यक्ष पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से प्रदान किए गए किसी भी सुधार को रिपोर्ट में नहीं शामिल किया गया है।
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