सीएम योगी ने बुजुर्गों व दिव्यांग पेंशन राशि 500 से बढ़ाकर 1000,कुष्ठरोगी पेंशन 3 हजार प्रतिमाह, व महिला रोगियो के असाध्य रोगों पर इलाज के लिए 5 लाख की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की

लखनऊ। विधानसभा सत्र के अनुपूरक बजट पारित कराते वक्त सदन में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुजुर्गों व दिव्यांग पेंशन राशि 500 से बढ़ाकर 1000,कुष्ठरोगी पेंशन 3 हजार प्रतिमाह, व महिला रोगियो के असाध्य रोगों पर इलाज के लिए 5 लाख की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम बुजुर्गों को सम्मान दे रहे हैं,उन्हें कुर्सी से नही गिराते,कुछ लोग तो उन्हें घर से निकाल देते हैं इसीलिए आज बुजुर्गों को पेंशन 500 से बढ़ाकर 1000 कर रहे हैं। दिव्यांग पेंशन 500 से बढ़कर 1000 होगी…कुष्ठरोगी पेंशन 3 हजार प्रतिमाह कर रहे हैं। महिला रोगियो के असाध्य रोगों पर इलाज के लिए 5 लाख की अतिरिक्त राशि देंगे।

उन्होंने कहा कि आर्थिक योजनाओं का क्रियान्वयन समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के कल्यान से होगा, प्रधानमंत्री के सबका साथ सबका विश्वास के मंत्र को ध्यान में रखा, अटल जी के छोटे मन से कोई बड़ा नही होता है इसे ध्यान रखा,आदमी न छोटा होता है,न बड़ा होता है आदमी सिर्फ आदमी होता है। सरकार को कार्य करने का कुल अवसर 3 वर्ष ही मिले,जबकि कोरोना में 20 महीने बीत गए,दुनिया कोरोना की चपेट में रही,लेकिन देश मे प्रधानमंत्री के निर्देशन में कार्य हुए,फ्री टेस्ट,मुफ्त राशन मुफ्त वैक्सीन दी गई। दुनिया के अंदर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर अन्य देशों की अच्छी होने के बावजूद मौतें भारत से ज्यादा हुई।

देश मे सर्वाधिक टेस्ट उत्तरप्रदेश ने किए,जब पहला केस आया तो हमारे पास टेस्ट की क्षमता नही थी,आज हम 4 लाख टेस्ट प्रतिदिन कर रहे हैं। बहुत सारे लोगो ने प्रदेश में शासन किया,कुछ ने दशकों राज़ किया,कुछ ने 4 बार,3 बार किया लेकिन क्या किया, 36 जनपद ऐसे थे जहां मेडिकल कॉलेज ही नही थे। उत्तरप्रदेश अबतक 18 करोड़ वैक्सीनेशन कर चुका है,बहुत लोगो ने गुमराह किया,बहुत दुष्प्रचार किये गए,लेकिन जनता ने प्रधानमंत्री जी के साथ जुड़ते गए,वैक्सीन की डोज़ लगवाए, फ्री में राशन मिल रहा है। यही है सबका साथ,सबका विश्वास। यही महाभारत में कहा गया था कि राजधर्म क्या है? तब भीष्म पितामह ने कहा राजा कालस्य कारम। हमने कोरोना को पीछे धकेल दिया,आज हर पर्व त्योहार मनाए जा रहे हैं, आगामी विधानसभा चुनाव मेह जनता के बीच जा रहे हैं।

पहले उत्तरप्रदेश में दंगे होते थे,विकास से अछूता था,कई जनपद ऐसे थे जहां नौजवानों को कमरे नही मिलते थे,माफियाओं के राज था। आज देश दुनिया का हर बड़ा निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है,यही पहचान बदली है,कोरोना काल मे देश नही एशिया की पहली डिस्प्ले यूनीट लगी…ये कोरोना कलखण्डमे लगी,पहले चीन में बनता था। कुछ लोगो को सपना देखने की आदत होती है,देखते रहिये, हमने कैसे इस प्रदेश को बदला सबने देखा। अगर पहले की सरकारें इसी रफ्तार से चलती तो आज प्रदेश नम्बर 2 नही,नम्बर 1 की अर्थव्यवस्था ही होता। सत्ता को अगर इन्होंने माफ़ियावाद,भाई भतीजावाद, बंदरबांट न किया होता तो ये प्रदेश अर्थव्यवस्था में नम्बर 1 हीं होता।

सौभाग्य योजना में प्रदेश नम्बर 1 है,लगभग 50 योजनाओ में नम्बर 1 है,पहले ये 30वें,17 वे 15वे पर था सभी योजनाओ को गरीब तक पहुचाने में नम्बर 1 पर है,स्मार्टसिटी में भी स्थान रखता है। कुछ लोगो को स्मार्टसिटी अच्छी नही लगती, प्रदेश में 17 नगर निगम हैं जिनमें 10 नगर निगम केंद्र सरकार सरकार ने स्मार्टसिटी में शामिल है। कल ही देश भर के मेयर वाराणसी में स्मार्टसिटी का प्रधानमंत्री का मंत्र जानेंगे। नेता प्रतिपक्ष जी समाजवादी सही थे,लेकिन गलत जगह फंस गए। डॉ लोहिया ने सपना देखा था 60 वर्ष पहले,उसे साकार किया प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार ने आज गरीब के सिर पर छत है,शौचालय है। पिछली सरकारों ने क्या किया,पिछली सरकारें जनता के लिए बोझ बनी हुई थी। 2017 से पहले गरीब भूख से मरता था,किसान आत्महत्या करते थे,सरकारें खामोश थीं,5 कालिदास मार्ग के बाहर कोई निकलता ही नही था, मौका ही नही था उन्हें।

रिपोर्टर-संदीप तिवारी