यूक्रेन के कई शहरों से हम लोग के बाद खाली किए जा रहे हैं इस बीच भारतीय छात्र और तमाम लोग अभी यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं और सरकार से मदद का इंतजार कर रहे हैं ।यूक्रेन में फंसे इन्हीं लोगों को लेकर अब विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर से जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से अब तक 18000 भारतीयों को सुरक्षित यूक्रेन से लाया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा भारतीयों की वापसी को लेकर ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6400 भारतीयों को लेकर भारत पहुंची है। अगले 24 घंटे में 18 फ्लाइट और शेड्यूल की गई है ।इनमें तीन फ्लाइट भारतीय वायुसेना के c-17 है बाकी के कमर्शियल फ्लाइट है जिनमें एयर इंडिया, इंडिगो ,स्पाइसजेट ,गो एयर ,गो फर्स्ट की फ्लाइट है।
भारत सरकार ने हजारों लोगों को भले ही यूक्रेन से बाहर निकाल लिया हो लेकिन अब भी बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं ।इन्हें लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि शुरुआत में 20000 भारतीय नागरिकों का रजिस्ट्रेशन किया गया था। लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था हमारा अनुमान है कि कुछ नागरिक अभी भी खारकीव में रह रहे हैं हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित वहां से बाहर निकालना है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम भारतीयों की वापसी को लेकर कई देशों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं खासतौर पर यूक्रेन रूस के साथ कई स्तरों पर चर्चा चल रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भी बात की है हमारा सिर्फ एक ही राध है कि शीघ्र सभी भारतीयों को बाहर निकाला जाए