नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के दिग्गज और पूर्वांचल के बड़े नेता आर पी एन सिंह ने आज कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका दिया है। हालांकि मीडिया में उनके कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के कयास काफी पहले से हीं लगाया जा रहा था। ळेकिन आज मंगलवार को आर पी एन सिंह ने खुद अपने ट्वीट के माध्यम से ये लिखा कि “आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ। जय हिंद”
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इस ट्वीट के तुरंत बाद किया अपने दूसरे ही ट्वीट में इस्तीफे की कॉपी भी ट्वीट कर दी।
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केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और धर्मेंन्द्र प्रधान की उपस्थिति में आरपीएन सिंह ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली । बीजेपी सूत्रों की माने तो पार्टी उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ चुनाव मैदान में पड़रौना सीट से उतारने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि पड़रौना से स्वामी प्रसाद मौर्या चुनाव लड़ते हैं और वो हाल हीं में बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। अगर ये दोनों नेता चुनाव मैदान में आमने सामने होंगे तो वहां की लड़ाई बहुत दिलचस्प हो जायेगी। क्योंकि आर पी एन सिंह का गृह क्षेत्र होने के नाते इनका भी इस इलाके में जनता पर मजबूत पकड़ है। हालांकि जातीय समीकरण को अगर देखा जाय तो कुशवाहा और मौर्य जाति के वोटरों की संख्या यहां ज्यादा है।
जानिये कौन हैं आरपीएन सिंह–
कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (RPN Singh)
OBC जाति से आते हैं ।
जन्म – 25 अप्रैल 1964
पडरौना के राजा कहे जाते हैं ।
स्थान – पडरौना
पिता का नाम – सीपीएन सिंह – इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा मंत्री रहे हैं
माता का नाम –
पत्नी – सोनिया सिंह – मशहूर पत्रकार
तीन बेटियां हैं
पिता सीपीएन सिंह की हत्या के बाद राजनीति में आए और लगातार तीन बार विधायक रहे ।
- 1996 , 2002 और 2007 में लगातार तीन बार पडरौना विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे ।
- 2009 में पहली बार लोकसभा का चुनाव लडे और तत्कालीन बीएसपी सरकार के दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को हराकर सांसद बने
2011 की कांग्रेस सरकार में केंद्रीय पेट्रोलियम एवम प्राकृतिक गैस मंत्री राज्य मंत्री रहे ।
2012 में केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग और कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री रहे ।
2013 से 2014 तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे ।
- पिछला दो लोकसभा चुनाव भाजपा के कैंडिडेट से हार रहे हैं।
कांग्रेस संगठन में भी बड़े पदों पर रहे –
- 1997 से 1999 तक उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे
- 2003 से 2006 तक AICC के सचिव रहे ।
आरपीएन सिंह को झारखंड राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में प्रदेश प्रभारी बनाया था जिनकी अगुवाई में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और वहां गठबंधन की सरकार बनी ।
- वर्तमान समय में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी थे ।
रिपोर्ट- धर्मेन्द्र सिंह