यूकेन में फंसे छात्रो ने की भारत सरकार से अपील
सोशल मीडिया के जरिये किया अपील
परिवारवाले भी मोदी सरकार से लगा रहे है गुहार
बच्चो को सही सलामत यूक्रेन से वापस लाने की अपील
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से यूक्रेन की हालात से डरे ,वहां पढ़ाई करने गये भारतीय छात्रों द्वारा विडीयो क्लीपें बनाकर वहां के हालात को बता रहे हैं। वो लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार मोदी सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द उन्हें वहां से बाहर निकाला जाये। प्रप्त सरकारी आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन में लगभग 18 हजार भारतीय अभी भी वहां फंसे हुए हैं।
मुरादाबाद में रह रहीं यूक्रेन की एलोना यूक्रेन में रहने वाले अपने भाई और रिश्तेदारों को लेकर खासे चिंतित हैं। एलोना अभी जुलाई में ही यूक्रेन से वापस आई हैं। उनके साथ उनके पिता अलेक्जेंडर भी आये हैं। उनकी बात अब यूक्रेन में रह रहे अपने भाई से हो रही है। वीडियो कॉल भी हुई तब भाई ने बताया यहां गोलीबारी हो रही है, आवाजें आती हैं। एयरपोर्ट बंद हैं इसलिए आना जाना बंद है। अब यहां से उनके पापा नहीं जा सकते और वहां से उनका भाई भी नहीं आ सकता। जो वहां हो रहा है उसमें कोई कुछ नहीं कर सकता। एलोना यूक्रेन के Oleksandriya शहर की रहने वाली हैं। अब वहां उनका भाई अरकियुम रह रहा है। हांलाकि वो भी वहां से आना चाहता है लेकिन एयरपोर्ट बंद होने के कारण नहीं आ सकता ।
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे गृह युद्ध की दहशत हरदोई में भी देखना को मिल रही है। हरदोई की दो बेटियां यूक्रेन में एमबीबीएस की छात्रा हैं। दोनों अभी वहीं पर फंसी हुई हैं। दोनों परिवारों का कहना है कि हमारी लिए इस समय सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। समझ नहीं आ रहा, करें तो करें क्या। हम लोग बहुत परेशान हैं। बस किसी तरह बेटी वापस आ जाए। हम लोग सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि हमारी बच्ची को वापस ले आएं। हरदोई के सांडी ब्लाक के रहने वाले महेंद्र यादव जो पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं, उनकी बेटी वैशाली भी यूक्रेन में फंसी हुई है। उसने सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो डाला है जिसमें वहां के हालात वैशाली बता रही हैं।
कासगंज जिले के भी तीन छात्र फंसे हैं यूक्रेन में……जनपद कासगंज के दो छात्र व एक छात्रा यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन में फंसे कासगंज के छात्रों के नाम शोभित माहेश्वरी निवासी मिशन चौराहे कासगंज यह विनीसिया में एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र है। वह हॉस्टल में रहकर अपनी पढाई कर रहा है। वहीं यूक्रेन में फंसने वाली एक छात्रा कासगंज शहर के विश्व बैंक काँलोनी की रहने गर्विता माहेश्वरी भी शामिल हैं। ये भी एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढाई कर रही हैं। तीसरी छात्रा गंदा नगला चौथी पुलिया निवासी मनोज माहेश्वरी की बेटी कोमल है। ये भी यूक्रेन में रह कर पढाई कर रही है। रूस और यूक्रेन के बीच हुए हमले के बाद तीनों छात्रों के परिजन खासे चंतित और परेशान हैं। उन्होंने मोदी सरकार से माँग की हैं कि उनके बच्चे अपने वतन जल्द से जल्द और सही सलामत पहुंचे, वहीं उन्होंने ईश्वर के सामने बच्चो को सलामती की प्रार्थना की है ।
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यूपी के बलिया जनपद के नगरा थाना क्षेत्र के नगरा कस्बे के का 28 वर्षीय छात्र मनीष जायसवाल पुत्र अखिलेश जायसवाल भी यूक्रेन के ओडिसा राज्य में मेडिकल की पढ़ने गए थे। ओडिसा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी फोर्थ ईयर का छात्र हैं । जो बम धमाके होने के बाद दहशत में हैं और मनीष अपने परिजनों से यूक्रेन के बारे में सारी जानकारी साझा कर रहे हैं और मनीष जायसवाल ने एक वीडियो बनाकर अपने परिजनों को भेजा हैं और वीडियो के माध्यम से यूपी सरकार के योगी आदित्यनाथ और केन्द्र सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी गुहार लगाई हैं। मनीष जायसवाल का मोबाइल नम्बर – + 380930384695 ।
वहीं उस युद्ध की दहशत यूपी के औरैया जनपद में भी देखने को मिली जहां पर औरैया जनपद की रहने वाली शिवानी चौहान नाम की छात्रा जो कि यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। इस समय फंसी हुई है। यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाली शिवानी चौहान मूलत जनपद औरैया के बिधूना कोतवाली क्षेत्र के किशनी रोड की रहने वाली है। पिछले साल 1 सितंबर को शिवानी चौहान और यह जनपद छोड़कर यूक्रेन में अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने गई। उसके बाद जब आज वहां का माहौल युद्ध में बदल चुका है ,उसको लेकर के शिवानी के परिवारी जनों में भी चिंता का माहौल है। शिवानी के परिवारजनों के अनुसार उनकी भारत सरकार से केवल यही एक मांग है किसी तरीके से उनकी बच्ची को सही सलामत तरीके से उसके वतन वापस लाया जाए ।
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रिपोर्ट-अंजुमन तिवारी/अखिलेश यादव/आशीष सिंह/सोनू दूबे