जोशी मठ, उत्तराखंड। भारतवर्ष के चार धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम बदरीनाथ धाम के कपाट ग्रीष्म काल के लिए 8 मई को खुल रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. जोशीमठ प्रशासन के द्वारा बद्रीनाथ धाम का स्थलीय निरीक्षण किया गया है। इस साल बर्फबारी के चलते परिसम्पतियों को नुकसान नहीं पहुंचा है। इस दौरान मौके पर संबंधित सभी विभागों को समय रहते सभी व्यवस्थाएं ठीक करने के निर्देश उप जिलाधिकारी जोशीमठ कुमकुम जोशी ने दिए हैं।
यात्रा शुरू होने से पहले इस बार प्रसाशन की पहली प्राथमिकता सड़क मार्ग को दुरुस्त करना है। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क कटिंग का कार्य चल रहा है और कई जगहों पर अभी भी सड़क ठीक नहीं हो पाई है। इस वक्त बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान चट्टी, रडांग बैंड, कंचन गंगा, गोविंदघाट,खचरा नाला के पास सड़क कटिंग का कार्य चल रहा है। साथ ही सड़क को डामरीकरण कर और व्यवस्थित किया जा रहा है। यात्रा से पहले जहां जहां पर जाम जैसी स्थिति पैदा हो रही है वहां-वहां पर व्यवस्थाएं ठीक करने के लिए बीआरओ को निर्देश दिए गए हैं।
2022 यात्रा को लेकर प्रशासन अभी से जुट गया है। इससे पहले 2 वर्ष कोरोना वायरस की वजह से बद्रीनाथ धाम यात्रा नहीं चल पाई थी। संभावना है कि इस वर्ष यात्रा चरम पर रहेगी। वहीं, हजारों की संख्या में यात्री भगवान बद्री विशाल के कपाट खुलने के दौरान बद्रीनाथ धाम में मौजूद रहेंगे। इसलिए जोशीमठ प्रशासन अभी से तैयारियां कर रहा है। बदरीनाथ धाम में श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अपने यात्रा तैयारियों में जुट गया है। इस दौरान बिजली ,पानी, स्वास्थ्य और साफ-सफाई को लेकर भी प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आने वाले समय में उत्तराखंड सरकार भी यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां शुरू करेगी, ताकि कोई अव्यवस्था ना रहे।
चमोली, उतराखंड से देवेन्द्र सिंह रावत की रिपोर्ट