निषाद पार्टी सुप्रीमो संजय निषाद ने क्यों लिखा खून से पत्र: जानें

मछुआ समाज के सर्वागीण विकास के लिए बनी है निषाद पार्टी

निषाद नेताओ को आरक्षण के मुद्दे पर बहस की चुनौती

21 जुलाई:

राष्ट्रीय अध्यक्ष निषाद पार्टी एवं कैबिनेट मंत्री संजय कुमार निषाद ने गोरखपुर सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मछुआ समाज के सर्वहित के लिए उनका जीवन न्योछावर है।

निषाद पार्टी मछुआ समाज के हितों के लिए बनी है। मछुआ समाज को विकास की अग्रणी भूमिका में लाना ही एकमात्र लक्ष्य है।

मंत्री संजय निषाद ने आज मछुआ समाज को संबोधित करते हुए अपने खून से पत्र में लिखा कि “जीवन के अंत से शरीर में खून की एक एक बूंद तक मछुआ समाज के लिए समर्पित”। हमारा एक ही संकल्प मछुआ सर्वहित और निषाद पार्टी सहित।


संजय निषाद ने मझवार और तुरैहा आरक्षण को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि मा० मुख्यमंत्री जी ने RGI को पत्र लिखकर आरक्षण संबंधी जानकारी मांगी थी जिस पर RGI ने मा० मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में 1961 तक मझवार और तुरैहा का आरक्षण दिया जाता रहा है और इसका नोडल मंत्रालय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय है।निषाद ने कहा की आरक्षण अतिमहत्वपूर्ण पड़ाव पर है जल्द ही आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र सरकार अपनी स्तिथि स्पष्ठ करेगी।

उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को मझवार और तुरैहा आरक्षण पर सफलता के कदम भा नही रहे है, और आरक्षण की फ़ाइल चोरी करवाने वाले आज आरक्षण के नाम पर समाज को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।


निषाद ने कहा की लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी अपने सिम्बल पर चुनाव लड़ेगी और NDA की सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करेगी।


निषाद ने विपक्षी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर कोई भी नेता उनसे खुले मंच पर बहस करने को तैयार है, समय और स्थान विपक्षी नेता कर सकते हैं।