बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी और एनसीपी पर जमकर निशाना साधा है सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबसे पहले ऑडियो क्लिप सुनवाया है-
क्लिपिंग दिखाई जा रही है ऑडियो है गौरव मेहता और पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता की
दूसरी क्लिप
सुप्रिया सुले और गौरव मेहता
तीसरी ऑडियो क्लिप
नाना पटोले और अमिताभ गुप्ता
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहाअत्यंत गंभीर और चिंताजनक विषय है।
मोहब्बत की दुकान है इसमें सामान और सामान का भुगतान कहां से हो रहा है आज देश की जनता के सामने गंभीर प्रश्न आया है कि कहीं ऐसा तो नहीं इस मोहब्बत की दुकान के समान का भुगतान सात समुंदर पार दुबई से हो रहा हो । जिस प्रकार के तथ्य मीडिया में आए हैं न्यूज एजेंसीज के द्वारा जिस प्रकार कुछ लोगों का इंटरव्यू जिसमें की पूर्व अधिकारी भी है जिस प्रकार की बातें बताई गई है वह लोकतंत्र के लिए बहुत चिंता जनक है और उसे इस प्रकार के संकेत मिलते हैं कि मोहब्बत की दुकान का सामान कहीं दुबई से तो नहीं आ रहा था और इसलिए इतना ही नहीं उसमें यह सब भी बताया जा रहा है कि आप आश्वस्त रहिए हमारी सरकार जो की आने वाली नहीं , वह आएगी तो हम इंक्वारी भी हैंडल कर लेंगे। सोचिए संविधान के बारे में किस प्रकार की बात कही जा रही है और कई बड़े लोगों की बात तो हम अब आपके सामने साक्ष्य के रूप में , मतलब बहुत दृश्य और लिखित दोनों चीज आप स्वयं इसको देखें और उसके बाद में महा विकास गाड़ी और कांग्रेस पार्टी से फिर प्रश्न पूछूंगा।
इन ऑडियो क्लिप और छत में पुलिस अधिकारी जो एक आरोप में पहले कुछ समय जेल में रह चुका है उसको एक आरोपी डीलर संपर्क करता है और यह कहता है कि बिटकॉइन का कुछ पैसा हमें ट्रांजैक्शन करना है कमिश्नर वह यह कहता है कि मैं पहले ही लफड़े में फंस चुका हूं मैं ऐसी किसी चीज में नहीं पढ़ना चाहता, तो वह दूसरा व्यक्ति यह कह रहा है कि नहीं साहब इसमें बड़े लोग इंवॉल्व हैं और वह कांग्रेस के नाना पटोले जी का कथित रूप से नाम लेता है और सुप्रिया सुले जी का नाम लेता है फिर जब वह अधिकारी पुनः अविश्वास व्यक्त करता है तो वह कहता है कि मैं आपको ऑडियो क्लिप भेज रहा हूं आपको समझ में आ जाएगा और उसे ऑडियो क्लिप में दावे के अनुसार वह साफ-साफ कहा जा रहा है कि इलेक्शन के लिए हमें पैसा चाहिए और चिंता मत करिए सरकार आएगी तो हम देख लेंगे और इसके बाद यह भी कहा जा रहा है कि हमें कैश चाहिए हर हाल में । एक और बात है जो वह कर रहा है कि मैं अगर सारा वॉलेट खर्च कर दिया तो कहीं मेरी जान के ऊपर खतरा न हो जाए आप समझ सकते हैं
कितनी गंभीर खतरनाक बातें इसीलिए यहां कहा गया की बहुत गंभीर और चिंताजनक बातें उभर कर सामने आई है हम कांग्रेस पार्टी के पांच सवाल पूछना चाहते हैं सबसे पहले वह बताएं कि जो इस वीडियो क्लिप में और ऑडियो क्लिप में दिखाई पड़ा है क्या कांग्रेस पार्टी अथवा उनके किसी भी नेता जो यहां नाना पटोले
पहले उनको साफ साफ जवाब देना चाहिए, क्या वह बिटकॉइन के किसी भी ट्रांजैक्शन से उनका कोई लेना-देना है हां या ना?
दूसरा इसमें जिस डीलर की बात आई है वह गौरव मेहता की बात कर रहे हैं और एक मिस्टर गुप्ता का उल्लेख, जिसमें डीलर के अनुसार वह सुप्रिया जी की आवाज में बोला जा रहा है
दूसरा प्रश्न यह बताइए कि क्या गौरव मेहता और इस गुप्ता नामक व्यक्ति से आपका कोई संबंध है या नहीं? साफ जवाब दीजिए । संपर्क कभी हुआ है या नहीं और किसी प्रकार की वार्तालाप हुई है या नहीं?
तीसरा सवाल की इस प्रकार का कोई भी संवाद आपका गौरव मेहता अथवा मिस्टर गुप्ता या किसी भी व्यक्ति से हुआ है या नहीं
चौथी बात सिर्फ रस्म अदायगी के ट्वीट से कार्य नहीं चलने वाला। आपको साफ आकर कहना होगा कि यह आपकी आवाज है या नहीं?
पांच सवालों का हमें जवाब चाहिए स्पष्ट रूप से महा विकास आघाड़ी के नेताओं से ।
और अंतिम पांचवा सवाल है इसमें जो बिग पीपल वर्ल्ड कहा जा रहा है जो सबसे गंभीर बात है कि मुझे इसमें बड़े लोग इंवॉल्व हैं यदि दावा है कि यह प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले जी की आवाज है यदि दावा है कि सुप्रिया सुले जी की आवाज है तो वह लोग जिनका बड़े लोग कह रहे हैं वह बड़े लोग कौन है? इस बारे में कांग्रेस पार्टी और महा विकास आघाड़ी को साफ जवाब देना चाहिए।
हम कांग्रेस पार्टी के पांच सवाल पूछना चाहते हैं सबसे पहले वह बताएं की वीडियो दिखाई पड़ा है क्या कांग्रेस पार्टी अथवा उनके किसी भी नेता जो यहां पर नाना पटोले जी और सुप्रिया जी के बारे में दावा किया गया है क्या वह बिटकॉइन के किसी भी ट्रांजैक्शन में इंवॉल्व है या नहीं और यदि है तो वह लीगल ट्रांजैक्शन है या वह इलीगल ट्रांजैक्शन में भी इंवॉल्व है या नहीं। पॉइंट नंबर वन
अब मैं पूछना चाहता हूं यदि यह पांच उंगलियां वाला पंजा इन पांच सवालों का जवाब नहीं देता है आकर । तो आप यह समझ लीजिए प्रदेश और देश की जनता यह समझ सकती है कि यह पंजा क्या कार्य कर रहा था और अब ऐसा लग रहा है यदि वह वास्तविक अर्थों में चुनाव जीतने की कोई संभावना भी देख रहे होते तो इस प्रकार के किसी गैरकानूनी सोर्स से धन प्राप्त करने का कोई विचार उनके मन में ना आया होता। कहीं ना कहीं यह पुनः दर्शाता है कि उनका हर दीवार पर लिखी हुई इमारत के रूप में दिखाई पड़ रही थी या आप उसको प्रमाणित करता है ।
महाराष्ट्र की जनता इनको पहचाना कि यह कैसे-कैसे काम करते हैं और यह बात मैं हवा में नहीं कर रहा यह वही पार्टी है ना जब सत्ता में थी तो इनकी गृह मंत्री पर आरोप लगा था कि 100 करोड रुपए वसूलवाते हैं
आरोप किसने लगवाया था पुलिस कमिश्नर ने
इतिहास में यह कभी नहीं हुआ की पुलिस कमिश्नर ने ऐसा किया हो और उसके बाद पुलिस कमिश्नर फरार और गृहमंत्री गिरफ्तार
आज आखिरी रात है चुनाव से पहले की इन पांच सवालों का जवाब अगर जवाब नहीं दिया तो पुरानी फिल्मों की डायलॉग है ना की रात साहिबे आलम के मंसूओं पर भारी गुजरने वाली है क्योंकि देश की जनता अब उन मानसूबों का असली चेहरा बेनकाब होना देखना चाहती है।
उनका ट्वीट रस्म अदायगी का किया हुआ ट्वीट है
सुप्रिया सुले जी एक वरिष्ठ नेता है तो उनका नैतिक कानूनी और राजनीतिक तीनों आधार पर जवाब देना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने आज मंगलवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस और महाविकास आघाडी के नेताओं द्वारा तथाकथित बिटकॉइन के कैश ट्रांजैक्शन से जुड़े साक्ष्य, चैट्स और ऑडियो क्लिप्स को मीडिया के सम्मुख रखा।
एक बहुत ही गंभीर और चिंताजनक तथ्य प्रकाश में आया है जो महा विकास अघाड़ी का असली चेहरा धीरे-धीरे उजागर कर रहा है। इससे यह गंभीर प्रश्न खड़ा हो रहा है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कैसे सम्पन्न हो सकते हैं?
कांग्रेस का नारा था कि हाथ बदलेगा हालात, मगर अब दिख रहा है कि हाथ कर रहा है करामात।
मोहब्बत की दुकान के सामान का भुगतान कहाँ से किया जा रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि इस मोहब्बत की दुकान के सामान का भुगतान सात समंदर पार से किया जा रहा हो?
मीडिया और न्यूज एजेंसियों द्वारा कुछ लोगों के साक्षात्कार, जिनमें पूर्व अधिकारियों के साक्षात्कार भी शामिल हैं, उनमें जो बातें बताई गई हैं, वह लोकतंत्र के लिए बहुत ही चिंताजनक हैं। इससे इस प्रकार के संकेत मिलते हैं कि मोहब्बत की दुकान का सामान कहीं दुबई से तो नहीं आ रहा है।
इन साक्षात्कारों में यह भी बताया जा रहा है कि उनकी आने वाली सरकार जांच और पूछताछ से भी निपट लेगी। कई बड़े लोगों के साथ-साथ, संविधान के बारे में इस तरह की बातें की जा रही है।
एक पूर्व पुलिस अधिकारी जो एक आरोप में पहले कुछ समय जेल में रह चुका है, उसको एक आरोपी डीलर संपर्क करता है और यह कहता है कि बिटकॉइन का हमें कैश में कुछ पैसा ट्रांजैक्शन करना है। वह यह कहता है कि मैं पहले ही लफड़े में फंस चुका हूं, मैं ऐसी किसी चीज में नहीं पड़ना चाहता। तो वह दूसरा व्यक्ति यह कह रहा है कि साहब इसमें बड़े लोग शामिल हैं और वह कांग्रेस के महाराष्ट्र के अध्यक्ष नाना पटोले जी और सुप्रिया सुले जी का तथाकथित रूप से नाम लेता है।
फिर जब वह अधिकारी पुनः विश्वास व्यक्त करता है तो वह आदमी कहता है कि मैं आपको ऑडियो क्लिप भेज रहा हूं , आपको स्वतः ही समझ में आ जाएगा। उस ऑडियो क्लिप में डीलर के दावे के अनुसार साफ-साफ कहा जा रहा है कि इलेक्शन के लिए हमें पैसा चाहिए और इंक्वायरी की आप चिंता मत करिए, सरकार आएगी तो हम देख लेंगे। इसके बाद यह भी कहा जा रहा है कि हमें कैश चाहिए, हर हाल में चाहिए।
इसके बाद वह व्यक्ति है अपनी चिंता व्यक्त कर रहा है कि अगर मैंने सारा वॉलेट खर्च कर दिया, तो कहीं मेरी जान के ऊपर खतरा न हो जाए।
इस औडियो क्लिप की बहुत ही गंभीर, खतरनाक और चिंताजनक बातें उभर कर सामने आई हैं।
कांग्रेस पार्टी को पांच सवालों के जवाब देने होंगे।
पहला सवाल: क्या कांग्रेस पार्टी या उनके कोई नेता किसी वैध या अवैध बिटकॉइन लेनदेन में शामिल हैं, जैसा कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले के वीडियो और ऑडियो क्लिप में दिख और सुनाई दे रहा है?
दूसरा प्रश्न: क्या डीलर गौरव मेहता और श्री गुप्ता का कथित तौर पर कांग्रेस से संबंध है?
तीसरा सवाल, क्या आपका इस प्रकार का कोई भी संवाद गौरव महता या गुप्ता या किसी अन्य व्यक्ति से हुआ है या नहीं?
चौथा सवाल, सिर्फ रस्म अदायिगी के ट्वीट से कार्य नहीं चलने वाला, आपको स्पष्ट करना होगा कि यह आपकी आवाज है या नहीं?
अंतिम पांचवा प्रश्न ये है कि यदि यह सुप्रिया सुले और नाना पटोले की आवाज है और इसमें जो ‘बिग पीपल’ शब्द कहा जा रहा है, जो दावा किया जा रहा है कि इसमें मुझसे बड़े लोग संलिप्त हैं तो ये बड़े लोग कौन हैं?
यदि पांच उंगलियों वाला पंजा इन पांच सवालों का उत्तर नहीं देता है तो प्रदेश और देश की जनता यह समझ ले कि यह पंजा किसके लिए कार्य कर रहा था।
यदि वो वास्तविक अर्थों में चुनाव जीतने की कोई संभावना भी देख रहे होते तो इस तरह के किसी अवैध संसाधन से धन लेने का कोई विचार उनके मन में नहीं आया होता। यह पुनः दर्शाता है कि उन्हें हार दीवार पर लिखी हुई इबारत की तरह दिखाई दे रही है।
राहुल गांधी तिजोरी खोल के दिखा रहे थे कि उसमें कुछ नहीं है लेकिन यहां तिजोरी का तो मामला ही नहीं था, सब हाईटेक हो रहा था। यदि मीडिया में आई खबर सही है तो राहुल गांधी जवाब दें कि यह मामला ‘कॉइन नहीं बिटकॉइन’ का था। इसका अर्थ है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग समाज के भले के लिए नहीं, सुशासन के लिए नहीं लेकिन भ्रष्टाचार के लिए किया गया है।
महाराष्ट की जनता इन्हें पहचाने कि यह कैसे-कैसे और कौन से धंधे करते हैं। यह वो पार्टी है जब इनकी सत्ता थी तो गृह मंत्री पर आरोप लगा था कि यह 100 करोड़ रुपये महीने बसूलने के लिए कहते हैं। आरोप भी पुलिस कमिश्नर ने लगाया था। भारत के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा, कि पुलिस कमिश्नर द्वारा गृह मंत्री पर आरोप लगाया गया हो। इसके बाद गृह मंत्री गिरफ्तार हुए और पुलिस कमिश्नर फरार हो गए।
‘गृह मंत्री गिरफ्तार हुए और पुलिस कमिश्नर फरार’ यह जिस सरकार के कार्यकाल में हुआ हो तो वो विपक्ष में रहकर कौन-कौन सी कारगुजारियां कर रही होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
चुनाव से पहले की आज आखिरी रात है। अगर कांग्रेस ने इन पांच सवालों का अगर जवाब नहीं दिया, तो वह बहुत पुरानी फिल्म मुग़ल-ए-आज़म का डायलॉग याद है, ‘यह रात साहिबे आलम के मंसूओं पर बहुत भारी गुजरने वाली है,’ क्योंकि अब देश की जनता और प्रदेश की जनता उन मंसूबों का असली चेहरा बेनकाब होते हुए देख चुकी है।
केनकाब में जितना भी वोट डलवाने का प्रयास कर ले, परंतु अब मुझे लगता है कि इसके द्वारा उनका चेहरा बेनकाब हो चुका है।
इसे भी पढ़ें:-Mahakumbh Conclave: नई दिल्ली में भव्य ‘महाकुंभ कॉन्क्लेव’ का आयोजन करेगी योगी सरकार
Reported By Mamta Chaturvedi