मसूरी, उत्तराखंड। मसूरी छावनी परिषद प्रशासन द्वारा मसूरी छावनी क्षेत्र में पर्यटकों के दबाव और यातायात की बढ़ती समस्या को देखते हुए छावनी परिषद को इलेक्ट्रिक व्हीकल हिल स्टेशन बनाने के रूप् में विकसित किये जाने की तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। बता दें कि मसूरी छावनी परिषद पर्यटन स्थल के रूप में लगातार विकसित हो रहा है। वहीं मसूरी मुख्य शहर से छावनी परिषद तक जाने के लिए मार्ग काफी सक्रिय है। जिस वजह से अक्सर यातायात और जाम की समस्या देखी जा रही है वहीं पर्यटकों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इसको लेकर छावनी परिषद को छावनी प्रशासन द्वारा देश का पहला इलेक्ट्रिकल व्हीकल हिल स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है।जिसको लेकर उनके द्वारा संबधित अधिकारियों और कम्पनी के अधिकारियों के साथ चिंहित जगहों का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया है। वह छावनी परिषद प्रशासन द्वारा कई कंपनियों को आमंत्रित भी किया गया है। छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी अभिषेक राठौर ने बताया की योजना के मुताबिक कंपनियां पहाड़ की चढ़ाई और सड़कों की चौड़ाई के अनुसार वाहन तैयार करेंगे। वहीं जल्द इलेक्ट्रिक व्हीकल का ट्रायल भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि छावनी क्षेत्र में एक मल्टीलेवल पार्किंग का भी निर्माण कराया जा रहा है जिसमें 100 से अधिक वाहन पार्क हो पाएंगे जिसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि पार्किंग की डीपीआर फाइनल होने के बाद वित्तीय अनुमति के लिए भारत सरकार को भेजा जाएगा। मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण होने के बाद स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने बताया कि छावनी परिषद को पर्यटन स्थल की दृष्टि से विकसित किए जाने को लेकर कई योजनाओं के तहत कार्य किया जा रहा है। वह छावनी क्षेत्र में कई नामी कैफे अपनी ब्रांच खोलना चाहते हैं। छावनी परिषद उन्हें जगह उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि छावनी क्षेत्र को विकसीत करने के साथ छावनी परिषद की सुंदरता से किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ ना हो, वहां किसी प्रकार के अवैध और भव्य निर्माण ना किया जाए, इसको लेकर भी छावनी परिषद द्वारा विशेष नजर बनाये हुए है। उन्होंने कहा कि मसूरी का छावनी परिषद अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ हरियाली के लिए काफी प्रसिद्ध है। ऐसे में मसूरी छावनी क्षेत्र की सुंदरता और पर्यावरण को संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी छावनी प्रशासन की है जिसपर लगातार काम किया जा रहा है।
रिपोर्ट- सुनील सोनकर