पहाड़ों की रानी मसूरी में एकमात्र सरकारी उप जिला चिकित्सालय इन दिनों अव्यवस्थाओं की झेल रहा मार, लोगो में भारी आक्रोश

मसूरी, उत्तराखंड। पहाड़ों की रानी मसूरी में एकमात्र सरकारी उप जिला चिकित्सालय इन दिनों अव्यवस्थाओं की मार को झेल रहा है। अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी के कारण सही तरीके से संचालित नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में डॉक्टर तो है परंतु स्टाफ नर्स चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ना होने के कारण अस्पताल को संचालन करने में भारी दिक्कतें पेश आ रही है इससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मसूरी के उप जिला चिकित्सालय में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने को लेकर सरकार और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा बड़ी-बड़ी बातें की गई परंतु मसूरी में स्वास्थ सुविधाओं के नाम पर अस्पताल में कुछ भी उपलब्ध नहीं है उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए लगाकर आईसीयू वार्ड बनाए गए परंतु उसको संचालित करने के लिए ना तो डॉक्टर है और ना ही स्टाफ है।

आईसीयू वार्ड में ताले लटके हुए है।अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर की आज तक शुरुआत नहीं हो पाई है। अस्पताल में डॉक्टरों तो है परंतु उनके साथ काम करने वाले कर्मचारियों और नर्स और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भारी कमी है जिस वजह से डॉक्टर काम नहीं कर पा रहे हैं। अस्पताल में गंदगी का अंबार लगा हुआ है साफ सफाई करने वाले कर्मचारी की नियुक्ति ही नहीं की जा रही है इससे साफ है कि मसूरी का उप जिला चिकित्सालय स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर सफेद हाथी साबित हो रहा है।

आप पार्टी के नेता प्रकाश राणा ने कहा कि प्रदेश की सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल मसूरी में ही खुलती भी नजर आ रही है राजधानी से मात्र 30 किलोमीटर दूर मसूरी उप जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है डॉक्टर की नियुक्ति मसूरी में की गई है परंतु डॉक्टर यहां पर नजर ही नहीं आते हैं। कुछ डॉक्टरों को अन्य जगह अटैच किया गया है। कई डॉक्टर समय पर आते नहीं है। देपहर 2 बजे के बाद अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं रहता है ।इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द सरकार द्वारा मसूरी के उप जिला चिकित्सालय की स्वास्थ सुविधाओं के साथ नर्स और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की जाती तो आम आदमी पार्टी उग्र आंदोलन करने के लिये मजबूर होगा। स्थानीय निवासी परमिंदर, आदित्य, अनिल आदि ने कहा कि मसूरी में स्वास्थ सुविधाओं का हाल बदहाल है करोड़ों रुपए लगाकर अस्पताल तो खड़ा कर दिया गया परंतु स्वास्थ सुविधाओं के नाम पर यहां पर कुछ नहीं है डॉक्टर द्वारा बाहर की महंगी दवाई मरीजों को दी जा रही है इससे मरीज बहुत ज्यादा परेशान है अस्पताल में दवाइयों के नाम पर कुछ भी उपलब्ध नहीं ह।

भाजपा सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किए जा रहे दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। वहीं इस को लेकर कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी शिकायत की गई है परंतु कोई दिशा में कदम उठाने को तैयार नहीं है जिससे लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है ।उन्होंने कहा कि मसूरी एक पर्यटक स्थल है जहां पर रोज हजारों की तादाद में पर्यटक आते हैं वह मसूरी के आसपास कई दर्जन गांव के लोग भी मसूरी के उप जिला चिकित्सालय पर ही निर्भर है उन्होंने मांग की है कि जल्द मसूरी उप जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने को लेकर ठोस कार्रवाई की जाए।

रिपोर्टर सुनील सोनकर