कांग्रेस नेता रिपुन बोरा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है ।असम के पूर्व सांसद और राज्य के पूर्व अध्यक्ष रिपन बोरा ने अपने इस्तीफे में कहा है कि भाजपा के खिलाफ लड़ने के बजाय एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग मुख्य तौर से मुख्यमंत्री के साथ भाजपा सरकार के साथ गुप्त समझौता कर रहे हैं ।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विपन बोरा अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हो गए।
रिपुन बोरा ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि मैं अपनी स्टूडेंट लाइफ से साल 1976 से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा मैं पार्टी के तमाम पदों पर रहा लेकिन आज मैं भारी मन से कांग्रेस से इस्तीफा दे रहा हूं ।सोनिया गांधी जी को लिखे इस्तीफे में उन्होंने आगे कहा है कि मैं आपका और कांग्रेस की लीडरशिप का मुझ पर जताया के भरोसे के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं ।इस्तीफा देते वक्त मैं यह कहना चाहता हूं कि पिछले कुछ सालों में भारतीय जनता पार्टी संप्रदायिक संविधान धर्मनिरपेक्षता अर्थव्यवस्था और देश के लिए बड़ा खतरा है।
यही नहीं रिपोर्ट बोरा ने कहा कि पार्टी की अंदरूनी लड़ाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई की जगह पार्टी के कई नेता खुद के लिए एक दूसरे से लड़ने में लगे इसकी वजह से भाजपा को फायदा मिल रहा है और कांग्रेस हाशिए पर खिसक गई है